वण मास हिंदू कैलेंडर का सबसे पवित्र महीना माना जाता है। यह भगवान शिव की भक्ति से भरा होता है। पूरे महीने लोग भगवान शिव की विशेष पूजा करते हैं। वे व्रत रखते हैं, मंत्रों का जाप करते हैं और साधना करते हैं। सावन के महीने में प्रकृति में हरियाली छा जाती है। यह हमारे जीवन में नई ऊर्जा का संचार करती है। लोग इस दौरान अपने मन, बचन और कर्म से भगवान शिव को खुश करने की कोशिश करते हैं।
यह समय सिर्फ धार्मिक काम करने का नहीं है। यह अपने आप पर नियंत्रण रखने, सात्विक जीवन जीने और खुद को शुद्ध करने का भी समय है। ऐसा माना जाता है कि सावन में श्रद्धा से भगवान शिव की पूजा करने से उनकी कृपा मिलती है। इससे मन शांत होता है, काम में सफलता मिलती है और जीवन में सेहत और संतुलन बना रहता है। नीचे दिए गए सावन के नियमों का पालन करके आप भगवान शिव को प्रसन्न कर सकते हैं और सावन के महीने में शिव तत्व का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। तो आईए जानते हैं ज्योतिष कावेरी मुखर्जी जी से
सावन में क्या करें
रोज प्रातः स्नान कर शिव पूजा करें। बेलपत्र, गंगाजल, दूध, दही, शहद, घी, शक्कर से शिवलिंग पर रुद्राभिषेक करें। ॐ नमः शिवाय मंत्र का 108 बार जाप करें। सावन के सभी सोमवार को उपवास रखें, यह भगवान शिव को विशेष रूप से प्रिय है। सोलह सोमवार व्रत भी शुभ फल देता है।
सावन में हरी वस्तुओं का प्रयोग करें। महिलाएं हरी चूड़ियां, हरी साड़ी, हरा बिंदी आदि पहनें। हरी सब्जियां, तुलसी और बेलपत्र का सेवन करें।
सावन में सात्त्विक आहार लें। सावन में फलाहार करें। हल्दी, जीरा, सेंधा नमक जैसे शुद्ध मसालों का प्रयोग करें।
पंचाक्षरी मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। ॐ नमः शिवाय और महामृत्युंजय मंत्र का जप शिव कृपा को आकर्षित करता है।
ब्राह्मण और जरूरतमंदों को दान दें। अन्न, वस्त्र, जल, छाता, गौ-सेवा, तुलसी, धार्मिक पुस्तकें दान करें।
कांवड़ियों का स्वागत करें। शिवभक्त कांवड़ियों को जल, भोजन या सहायता देना अत्यंत पुण्यदायक होता है।
Anveshi India Bureau