अखिल भारतीय महर्षि बाल्मीकि अखाड़ा परिषद के संत, महात्मा और बड़ी संख्या में शिष्य 26 जनवरी रविवार को संगम पर शाही स्नान करेंगे। इसके लिए बाल्मीकि अखाड़ा परिषद की व्यापक स्तर पर तैयारियां शुरू हो गयी है। इस शाही स्नान में देश, विदेश के बाल्मीकि समाज के संत, महात्मा और बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे। बाल्मीकि अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों ने इस आशय का पत्र मेला प्रशासन महाकुंभ को सौंप दिया है। उन्होंने बताया कि सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक और आर्थिक अधिकार के लिए संघर्ष हो रहा है, बिना इन अधिकारों के समाज के लोग आगे नहीं बढ़ सकते हैं।
महामंडलेश्वर स्वामी भवानी नाथ जी बाल्मीकि शंकर नंद गिरी किन्नर महराज ने बताया कि 26 जनवरी रविवार को सुबह शाही स्नान के लिए विशाल जुलूस बालसन चौराहा स्थित महर्षि भारद्वाज आश्रम से निकलकर संगम जाएगा और शाही स्नान के बाद कलश में गंगा जल लाकर प्रतिमा पर चढ़ाया जाएगा। इस दौरान बाल्मीकि समाज के संत, महात्मा और बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे।
यह जानकारी मां भवानी नाथ जी बाल्मीकि शंकर नंद गिरी किन्नर महराज , 13 मढ़ी जगरामा परिवार जूना अखाड़ा किन्नर धाम नयी दिल्ली – हरिद्वार ने आज दी है। उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय महर्षि बाल्मीकि अखाड़ा परिषद का गठन किया गया है। इस अखाड़ा में बाल्मीकि समाज के संत, महात्माओं को एकजुट किया गया है। महामंडलेश्वर स्वामी भवानी नाथ मां बाल्मीकि शंकर नंद गिरी किन्नर महराज ने बताया कि समाज के लोगों को जोड़ने, सनातन धर्म को आगे बढ़ाने और प्रचार – प्रसार करने के लिए हम लोग लगे हुए है। उन्होंने बताया कि सनातन धर्म को बढ़ाने, लोगों को जोड़ने के लिए बाघा बॉर्डर से लेकर राजस्थान, मध्य प्रदेश से होते हुए उप्र तक पहुंच गई है, यह यात्रा तीन हजार किमी की हुई है। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण की यात्रा उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु सहित अन्य प्रदेशो में सनातन धर्म से लोगों को जोड़ने की यात्रा निकाली जाएगी।
इस दौरान अखिल भारतीय महर्षि बाल्मीकि साधु अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी बालयोगी संत प्रगटनाथ महराज, महामंडलेश्वर संत कृष्णशाह विद्यार्थी जी महराज सहित अन्य लोग थे।
Anveshi India Bureau