पीएन मिश्रा आर्य समाज चौक, के 2006 से निर्वाचित मंत्री हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी संस्था से विवाह संस्कार सम्पन्न कराने से पूर्व वर-वधू का निवास प्रमाण, शैक्षिक प्रमाण, जन्म प्रमाण, फोटोग्राफ आदि लेकर कराए जाते हैं और फिर प्रमाण स्वरूप विवाह प्रमाण पत्र दिया जाता है।
प्रेमी जोड़ों को आर्य समाज के नाम से फर्जी विवाह प्रमाणपत्र जारी करने के मामले में शहर में एक और केस दर्ज हुआ है। आर्य समाज, चौक ने यह केस कोतवाली थाने में दर्ज कराया है। इसमें प्रदेश के अलग-अलग जनपदों के चार प्रेमी जोड़ाें व जाली दस्तावेजों से याचिका दायर करने के आरोपी को नामजद किया गया है। पीएन मिश्रा आर्य समाज चौक, के 2006 से निर्वाचित मंत्री हैं।
उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी संस्था से विवाह संस्कार सम्पन्न कराने से पूर्व वर-वधू का निवास प्रमाण, शैक्षिक प्रमाण, जन्म प्रमाण, फोटोग्राफ आदि लेकर कराए जाते हैं और फिर प्रमाण स्वरूप विवाह प्रमाण पत्र दिया जाता है। प्रमाणपत्र विवरण रजिस्टर में अंकित किया जाता है व उसकी छायाप्रति व वर-वधू पक्ष से दिए गए दस्तावेज प्रमाण स्वरूप सुरक्षित रखे जाते हैं। संज्ञान में आया है कि संस्था के नाम से फर्जी विवाह प्रमाण पत्र नाबालिग लड़के लड़कियों को जारी किए जा रहे हैं। यही नहीं न्यायालयों में इन्हें ही लगाकर याचिकाएं दाखिल की जा रही हैं।
Courtsy amarujala.com