विश्व हिंदू परिषद के विधि प्रकोष्ठ के बैनर तले रविवार को हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के लाइब्रेरी हॉल में न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव के भाषण का सुप्रीम कोर्ट संज्ञान ले चुका है। कई अधिवक्ता संगठनों ने भी न्यायमूर्ति यादव के खिलाफ आंतरिक जांच और अनुशासनिक कार्रवाई की मांग की है।
ऑल इंडिया लॉयर्स यूनियन ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव की ओर से विश्व हिंदू परिषद की कार्यशाला में दिए गए वक्तव्य को असांविधानिक और संविधान पर हमला करार दिया है। कई दूसरे संगठनों ने न्यायमूर्ति से न्यायिक कार्य वापस लेने की मांग की है। विश्व हिंदू परिषद के विधि प्रकोष्ठ के बैनर तले रविवार को हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के लाइब्रेरी हॉल में न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव के भाषण का सुप्रीम कोर्ट संज्ञान ले चुका है। कई अधिवक्ता संगठनों ने भी न्यायमूर्ति यादव के खिलाफ आंतरिक जांच और अनुशासनिक कार्रवाई की मांग की है।
ऑल इंडिया लॉयर्स यूनियन के अध्यक्ष अरविंद कुमार राय और सचिव आशुतोष कुमार तिवारी ने मुख्य न्यायाधीश को लिखे पत्र में उनके वक्तव्य को संविधान विरोधी करार दिया है। अधिवक्ता मंच के राजवेंद्र सिंह, चार्ली प्रकाश व पीयूसीएल के केके राय ने ईमेल भेजकर उन्हें न्यायिक कार्य से अलग किए जाने की मांग की है। संगठनों ने लिखा है कि न्यायमूर्ति का भाषण निंदनीय व असांविधानिक है। उनके विवादास्पद बयान से स्पष्ट है कि वह निष्पक्ष होकर न्यायिक कार्य जारी नहीं रख सकते। दायित्वों से मुक्त नहीं करने पर नागरिकों के मौलिक अधिकारों का ही हनन होगा।
अब किसी संगठन को नहीं देंगे लाइब्रेरी हॉल: बार अध्यक्ष
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल तिवारी का कहना है कि विश्व हिंदू परिषद से जुड़े अधिवक्ता जयराज सिंह तोमर ने कार्यक्रम की अनुमति मांगी थी। बताया था कि संगोष्ठी में समान नागरिक संहिता और वक्फ एक्ट के कानूनी पहलुओं पर चर्चा होगी। लेकिन, विवादित बयान सामने आने के बाद हम सतर्क हो गए हैं। आज के बाद बार एसोसिएशन का लाइब्रेरी हॉल किसी भी कार्यक्रम के लिए बाहरी संगठन को नहीं दिया जाएगा। वहीं, जयराज सिंह तोमर का कहना है कि यह कार्यक्रम कहीं दूसरी जगह होना था। वहां जगह नहीं मिलने पर कुछ लोग मेरे पास आए और हॉल दिलाने का आग्रह किया। मैंने अपने लेटरपैड पर बार अध्यक्ष से हॉल की अनुमति मांगी, जो मिल भी गई।
विहिप का ऐसा कोई दूसरा कार्यक्रम तय नहींः केपी सिंह
विश्व हिंदू परिषद के काशी प्रांत के अध्यक्ष केपी सिंह का कहना है कि हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के सभागार में विहिप के कार्यक्रम में वह नहीं थे, इसलिए न्यायमूर्ति शेखर यादव के बयान पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। फिलहाल, अभी इस तरह का कोई दूसरा कार्यक्रम भी प्रस्तावित नहीं है। महाकुंभ में जरूर संतों का सम्मेलन करेंगे।
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