प्रयागराज रेलवे जंक्शन पर तैयारियों की परख करने पहुंचे मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार और रेलवे के अधिकारियों के बीच बेहतर समन्वय बनाये रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों के लिए रेलवे सबसे सुलभ साधन है। अनुमान के तौर पर लगभग 10 करोड़ लोग इस बार ट्रेन से महाकुंभ आएंगे। विभिन्न राज्यों से आने वाले लोगों की सुविधा के लिए उचित होगा कि विभिन्न प्रांतीय भाषाओं में रेलवे अनाउंसमेंट किया जाए। मुख्यमंत्री ने रेलवे अधिकारियों के साथ संक्षिप्त बैठक में उनकी कार्ययोजना पर चर्चा की और कहा कि लोगों को रेलवे स्टेशन से महाकुम्भ मेला क्षेत्र तक पहुंचाने के लिए रोडवेज की बसें भी उपलब्ध कराई जाएंगी। रेलवे स्टेशन पहुंचे मुख्यमंत्री ने सबसे पहले रेलवे द्वारा तैयार चिकित्सा सहायता केंद्र का निरीक्षण किया, यहां मेला के दौरान यात्री की बीमारी की स्थिति में प्रारंभिक जांच की सारी व्यवस्था की जा रही है। इसके बाद रेलवे के 22000 लोगों के प्रवास की क्षमता वाले आश्रय स्थल में व्यवस्थाओं का अवलोकन क़िया। मुख्यमंत्री ने महाकुंभ में पहली बार लागू हो गए खास यूटीएस से मोबाइल टिकटिंग सेवा के बारे में भी जानकारी ली और फिर फायर सेफ्टी से जुड़े रेलकर्मियों से बातचीत की। प्रयागराज रेलवे जंक्शन पर मुख्यमंत्री ने रेलवे कंट्रोल रूम का निरीक्षण भी किया।
Anveshi India Bureau