महाकुंभ नगर। किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज ने कहा कि तीर्थराज प्रयागराज में लगे विश्व प्रसिद्ध महाकुंभ से सनातन धर्म को नयी दिशा मिल रही है क्योंकि जहां लोग धर्म की मजबूती के लिए आगे आ रहे हैं वहीं लोग धर्म से और मजबूती से जुड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि 45 दिन के महाकुंभ में प्रतिदिन एक करोड़ से अधिक श्रद्धालु गंगा और संगम में अक्षय पुण्य के लिए परिवार सहित डुबकी लगा रहे हैं इसी से समझा जा सकता है कि महाकुंभ ने सनातन धर्म को और मजबूती देते हुए उसका प्रचार-प्रसार कर रहा है। यह बातें किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज ने महाकुंभ के चौथे मुख्य स्नान पर्व बसंत पंचमी एवं अंतिम अमृत स्नान पर्व (शाही स्नान) पर स्नान के दौरान आज संगम पर कहा। किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज ने कहा कि देश और विदेश से बड़ी संख्या में जुटे संत, महात्मा और करोड़ों श्रद्धालु जहां प्रयागराज में सनातन धर्म को मजबूती दे रहे हैं वहीं सनातन धर्म इस विश्व स्तरीय आयोजन से मजबूती के साथ आगे बढ रहा है। उन्होंने बसंत पंचमी पर संत, महात्मा, श्रद्धालुओं और स्नानार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि तीर्थराज प्रयागराज आने वाले समय में सनातन धर्म की मजबूती और समाज को नया संदेश देने का काम करेगा। आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज ने कहा कि किन्नर संतों ने विश्व शांति, विश्व कल्याण और लोगों की उन्नति के लिए भगवान तीर्थराज प्रयागराज, वेणीमाधव से कामना की है। स्नान के दौरान अखाड़ा के संरक्षक महंत दुर्गा दास, किन्नर अखाड़ा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी पार्वती नंद गिरी, कुंभ प्रभारी महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्यानंद गिरि, महामंडलेश्वर स्वामी पवित्रा नंद गिरी, महामंडलेश्वर पुष्पानंद गिरि, महामंडलेश्वर मयूरी नंद गिरी, महामंडलेश्वर स्वामी वामदेव नंद गिरी, महामंडलेश्वर स्वामी ऋषिकेश नंद गिरी, महामंडलेश्वर स्वामी मनिकंडन महराज, महामंडलेश्वर स्वामी सतीश नंद गिरी, महामंडलेश्वर कल्याणी नंद गिरी, महामंडलेश्वर जगदंबा नंद गिरी,
, महामंडलेश्वर दीपानंद गिरी, महामंडलेश्वर स्वामी इन्दूनंद गिरि, श्रीमहंत रिदिमा नंद गिरी सहित बड़ी संख्या में शिष्यों ने संगम पर अमृत स्नान किया।
Anveshi India Bureau