वसंत पंचमी का मुख्य स्नान पर्व बीतने के बाद माना जा रहा था कि महीनोें से बेपटरी हो चुकी यातायात व्यवस्था में सुधार आएगा। हालांकि यह अनुमान गलत निकला। पर्व के बीतने के बाद भी बुधवार को मेला क्षेत्र के आसपास के इलाकों में यातायात संबंधी इंतजाम धड़ाम हो गए।
वसंत पंचमी का मुख्य स्नान पर्व बीतने के बाद माना जा रहा था कि महीनोें से बेपटरी हो चुकी यातायात व्यवस्था में सुधार आएगा। हालांकि यह अनुमान गलत निकला। पर्व के बीतने के बाद भी बुधवार को मेला क्षेत्र के आसपास के इलाकों में यातायात संबंधी इंतजाम धड़ाम हो गए। सुबह से ही हालात बेपटरी हुए और फिर रात तक स्थिति सामान्य नहीं हो सकी। सबसे गंभीर हाल नैनी में नए यमुना पुल से नैनी जेल तक रही जहां सुबह नौ बजे से रात नौ 12 घंटे तक वाहन सिर्फ रेंगते रहे। श्रद्धालुओं को ढाई घंटे का सफर तय करने में चार घंटे लग गए।
रविरंजन झा छत्तीसगढ़ के गढ़वा से परिवार समेत संगम स्नान के लिए आए थे। बुधवार दोपहर एक बजे के करीब उनकी गाड़ी लेप्रोसी मिशन चौराहे से कुछ पहले रेंगती नजर आई। पूछने पर बताया कि सुबह नौ बजे नैनी जेल के पास पहुंचे थे। वहां से नए पुल तक की ढाई किमी की दूरी तय करने में ही चार घंटे लग गए। पुल भी लंबा जाम बताया जा रहा है, ऐसे में स्नान और वापसी कब होगी, इसका कुछ पता नहीं।
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