Saturday, July 5, 2025
spot_img
HomeKumbhहिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान द्वारा संत सम्मेलन आयोजित

हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान द्वारा संत सम्मेलन आयोजित

महाकुंभ नगर। हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान द्वारा सेक्टर आठ वेणी माधव मार्ग में आयोजित सेवा कुंभ के अंतर्गत आयोजित किया जा रहे वृहद कार्यक्रम एवं आयोजन की श्रृंखला में बृहस्पतिवार को संस्कृत की जीवन तथा एवं संस्कृति की जीवंतता एवं सुसंस्कृत समाज की स्थापना और समृद्धि हेतु संत सम्मेलन और राष्ट्र निर्माण में संतों की भूमिका विषयक संगोष्ठी का आयोजन दीप प्रज्वलन एवं मंगलाचरण के साथ हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी जनार्दनाचार्य महाराज ने कहा कि व्यक्ति महान नहीं होता व्यक्ति का कर्म महान होता है। अच्छे और नेक कार्य करने वाला व्यक्ति अपने कार्यों एवं आचरण के बल पर समाज में पूजा के योग्य होता है। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित बाल योगी अरुण चैतन्यपुरी जी महाराज महामंडलेश्वर आवाहन अखाड़ा ने कहा कि संत का धर्म मानव का धर्म होता है और वह मानव धर्म की साधना एवं प्रसार में लीन रहता है। जिससे समाज में सामाजिक एकता समानता और शांति स्थापित हो सके। विशिष्ट अतिथि स्वामी रामेश्वर दास वैष्णव महामंडलेश्वर अभय दाता आश्रम ऋषिकेश ने कहा कि आज आवश्यकता इस बात की है कि हम सनातन धर्म व्यवहार परंपरा के अनुरूप स्वाध्याय एवं सत्संग के मार्ग का अनुसरण करें। सत्संग मानव जीवन की दिशा बदल देता है। संयम धैर्य एवं शिष्टाचार सत्संग से ही आते हैं। इसी से समूचे विश्व की समस्याओं का निदान संभव है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रो गिरीश चन्द्र त्रिपाठी पूर्व कुलपति बीएचयू ने कहा कि आध्यात्मिक सांस्कृतिक भौतिक तथा अन्य सभी दृष्टि से समाज का उत्थान हमारे संत महापुरुषों द्वारा ही हुआ है। संतों ने ही परस्पर भावयन्तु एक दूसरे को उन्नत करने का भाव तथा मानव को महामना बनाने वाला धर्म संस्कृति के सिद्धांतों को समाज में स्थापित किया। समाज सदैव उनका ऋणी है। कार्यक्रम के संयोजक स्वामी आत्मानन्द महराज ने कहा कि संतों की भक्ति में सांसारिक उत्थान का समन्वय होता है। इसी कारण से संतों के उच्चादर्शों उच्च विचारों एवं अंत: स्थल की पवित्रता का प्रभाव समाज पर पड़ना स्वाभाविक है। मंचासीन अतिथियों में दंडी स्वामी उदितानन्द महराज महामंडलेश्वर स्वामी नरेश दास जी महराज महामंडलेश्वर माधवदास हिटलर बाबा तथा महराज राम हृदय दास ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में राष्ट्र सेवा भाव एवं कार्य द्वारा समर्पित 50 से अधिक संतों महापुरूषों का गीता शाल अंगवस्त्रम द्वारा सम्मान किया गया तथा पर्यावरण जागरूकता के संवर्धन हेतु कपडे का थैला दिया गया।

 

 

कार्यक्रम का संचालन कुलदीप तथा धन्यवाद ज्ञापन कार्यालय प्रमुख डा अमित कुमार दूबे ने किया।
कार्यक्रम में हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्र संयोजक अमरनाथ महेश्वर मिश्र संघ के वरिष्ठ प्रचारक नरेन्द्र सिंह चौहान नागेंद्र जायसवाल अनीता त्रिपाठी विवेक स्वरूप अजय मिश्र देवेंद्र मणि त्रिपाठी वंदना तिवारी अनामिका चौधरी नटवर लाल भारती अरूण दुबे अर्चना शुक्ला श्याम अनूप जी आदि उपस्थित रहे।

 

 

 

 

 

Anveshi India Bureau

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments