धर्म और अध्यात्म के साथ जन कल्याण की योजनाओं के प्रचार प्रसार और नई तकनीकी के विस्तार का मंच भी प्रयागराज महाकुम्भ बन रहा है। महाकुम्भ में विराट किसान मेले की शुरुआत हुई है। प्रदेश के अन्न दाता किसानों के साथ संवाद स्थापित करने के साथ यह सरकारी योजनाओं की जानकारी कृषकों तक पहुंचाने का माध्यम बनेगा।
किसानों के साथ संवाद का मंच बना प्रयागराज महाकुम्भ
अनादि काल से चली आ रही कुम्भ आयोजन की परंपरा धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजन के साथ समाज में विभिन्न क्षेत्रों में विचार मंथन का केंद्र रही है। उन्नति और परिष्कार के लिए इसमें संवाद होते रहे हैं। इसी क्रम में शनिवार को प्रयागराज महाकुम्भ के सेक्टर 9 में विराट किसान मेले की शुरुआत हुई है। कृषि उप निदेशक एसपी श्रीवास्तव का कहना है कि इस पांच दिवसीय विराट किसान मेले में कृषि जागरूकता और तकनीकी सत्रों पर जोर दिया जाएगा। किसानों के साथ पांच दिनों तक अलग अलग विषयों में कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि विशेषज्ञों के साथ संवाद होगा। पहले दिन 1500 से अधिक किसान इस कृषक महाकुम्भ में शामिल हुए। प्रयागराज की पहचान सुरखा अमरूद की उन्नत तकनीकी पर विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया।
किसानों के कल्याण के लिए चल रही योजनाओं से रूबरू हुए अन्नदाता
कार्यक्रम का उद्घाटन उप कृषि निदेशक प्रयागराज एसपी श्रीवास्तव द्वारा किया गया। इस पांच दिवसीय इस मेले के प्रथम दिवस पर कृषि सूचनातंत्र के सुदृढ़ीकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम पर जोर दिया गया । इसमें कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी, नवीनतम कृषि तकनीकों का प्रशिक्षण और किसानों के हित में कार्यरत विभागों के 33 स्टॉल्स लगाए गए। यहां किसानों को नवीनतम कृषि उपकरणों, तकनीकों और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। मेले में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, फार्म मशीनरी बैंक, सोलर पंप और नमामि गंगे परियोजना जैसी विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में किसानों को जानकारी दी गई।
Anveshi India Bureau