प्रयागराज उत्तर प्रदेश । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस पर अधिवक्ताओं के साथ अमानवीय व्यवहार करने के गंभीर आरोप लगे हैं। घटना 14 मार्च 2025 की शाम लगभग 6 बजे की बताई जा रही है, जब अधिवक्ता सौरभ वर्मा को सूचना मिली कि थाना विभूति खंड में कुछ अधिवक्ताओं—शिवम पान, शुमम यादव और अभिषेक सिंह—को बंद करके बुरी तरह मारा-पीटा गया।
सूचना मिलने पर जब सौरभ वर्मा थाने पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि पुलिसकर्मी अधिवक्ताओं को पीट रहे थे। आरोप है कि इस दौरान थाना प्रभारी समेत लगभग 50-60 पुलिसकर्मी वहां मौजूद थे, जिनमें कुछ सिविल ड्रेस में थे और कुछ ने अपनी वर्दी से नेम प्लेट हटा ली थी। पुलिसकर्मियों में पंकज कुमार सिंह, जैदी (अपठनीय नाम), इरफान, योगेन्द्र सिंह सेंगर, शुभम त्यागी, अनुज कुमार, सोहेल खाँ, संदीप कुमार मौर्य और अमित यादव शामिल थे।
अधिवक्ताओं का आरोप है कि पुलिसकर्मी शराब के नशे में धुत थे और उन्होंने न सिर्फ बेरहमी से पिटाई की, बल्कि माँ-बहन की भद्दी-भद्दी गालियाँ भी दीं। इतना ही नहीं, अधिवक्ताओं को जान से मारने की धमकी दी।
मुख्यमंत्री से कार्रवाई की मांग, एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की अपील
घटना के बाद प्रयागराज के अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मामले की निष्पक्ष जांच करवाने और दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित करने की मांग की है। साथ ही, उन्होंने उत्तर प्रदेश में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की भी अपील की, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
Anveshi India Bureau