Sunday, September 14, 2025
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UPPSC : आरओ/एआरओ प्री के लिए दो हजार से अधिक केंद्रों की जरूरत, सभी जिलों में बनाए जाएंगे केंद्र

UPPSC RO-ARO Exam : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने आरओ-एआरओ परीक्षा के लिए तैयारी शुरू कर दी है। आयोग ने एक दिन में परीक्षा कराने का एलान किया है। इसके लिए पर्याप्त संख्या में केंद्रों की व्यवस्था की जानी है। आयोग सभी 75 जिलों में केंद्र बनाने की तैयारी कर रहा है। ताकि एक दिन एक ही शिफ्ट में परीक्षाएं कराई जा सकें।

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने समीक्षा अधिकारी (आरअे)/सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) प्रारंभिक परीक्षा-2023 एक दिन में कराने की घोषणा तो कर दी है लेकिन पर्याप्त संख्या में केंद्रों की व्यवस्था कर पाना काफी चुनौतीपूर्ण होगा। इस परीक्षा के लिए आयोग को दो हजार से अधिक केंद्रों की जरूरत पड़ेगी।

केंद्र निर्धारण नीति सख्त होने के कारण आयोग के सामने पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 के लिए भी केंद्रों का इंतजाम कर पाना काफी चुनौतीपूर्ण रहा। हालांकि, बाद में आयोग ने यह परीक्षा सभी जिलों में कराने का निर्णय लिया और विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों को भी परीक्षा केंद्र बनाया गया, तब जाकर इस परीक्षा के लिए पंजीकृत 5,76,154 अभ्यर्थियों के लिए प्रदेश के सभी जिलों में 1331 केंद्रों की व्यवस्था की जा सकी थी।
22 दिसंबर 2024 को हुई इस परीक्षा की सफलता के बाद आयोग ने आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा-2023 को भी एक दिन में कराने का निर्णय लिया है, जो 27 जुलाई को प्रस्तावित है। यह परीक्षा भी प्रदेश के सभी 75 जिलों में आयोजित कराए जाने की तैयारी है। इससे पूर्व यह परीक्षा 11 फरवरी 2024 को हुई थी, जिसके लिए 2387 केंद्र बनाए गए थे लेकिन पेपर आउट हो जाने के कारण परीक्षा निरस्त कर दी गई थी।

आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा के लिए 1076004 अभ्यर्थी पंजीकृत है, जिनकी संख्या पीसीएस प्री के परीक्षार्थियों के मुकाबले काफी अधिक है। ऐसे में आयोग को आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा के लिए कम से कम दो हजार केंद्रों की व्यवस्था करनी होगी। हालांकि, आयोग ने इसके लिए कुछ माह पहले ही कवायद शुरू कर दी थी और आयोग की ओर से सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर केंद्र आवंटन के लिए सहमति पत्र मांगे गए थे।

आयोग के सूत्रों का कहना है कि केंद्र निर्धारण की नई नीति का पालन करते हुए यह परीक्षा एक दिन में तभी कराई जा सकती है, जब इस परीक्षा के लिए सरकारी व एडेड विद्यालयों के साथ विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों को भी परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। फिलहाल, आयोग जल्द ही केंद्र निर्धारण को अंतिम रूप देने जा रहा है।

Courtsy amarujala.
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