श्री निकेतनम श्रृंगवेरपुर आश्रम के जगदगुरू नारायणाचार्य स्वामी शांडिल्य महराज ने आज नवरात्र के अष्टमी पर आश्रम में विधि विधान से कन्या पूजन कर उनको खाना खिलाकर दक्षिणा प्रदान किया। स्वामी शांडिल्य महराज ने बताया कि नवरात्र के अष्टमी पर कन्या पूजन कर उनको खाना खिलाकर दक्षिणा देने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि कन्याओं को सनातन धर्म में देवी का स्वरूप माना जाता है। उन्होंने कहा कि कन्या पूजन कर लोगों के मंगल ओर विश्व कल्याण की कामना किया हूं। स्वामी शांडिल्य महराज ने बताया कि नवरात्र में नौ दिन का व्रत रखता हूं और विधि विधान से माता के सभी स्वरूपों का पूजन करता हूं। उन्होंने बताया कि माता के अलग-अलग स्वरूपों का पूजन अलग – अलग विधि विधान से करने से मनोकामनाएं पूरी होती है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में नवरात्र का और नवरात्र के पूजन का बहुत महत्व है ऐसे में प्रत्येक सनातनधर्मी को नवरात्र में व्रत और पूजन करना चाहिए।
Anveshi India Bureau