सिकंदरा स्थित गाजी मियां की दरगाह पर भगवा झंडा लहराने से उपजे विवाद के बाद सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। हालांकि माहौल शांतिपूर्ण है। मामले को लेकर अभी तक किसी भी पक्ष के द्वारा तहरीर नहीं दी गई है। न ही कोई रिपोर्ट दर्ज की गई। सिकंदरा स्थित गाजी मियां की दरगाह में भगवा झंडा लहराने का नेतृत्व करने वाले मानेंद्र प्रताप सिंह ने रविवार को एसओजी पुलिस के समक्ष आत्म समर्पण कर दिया।
सिकंदरा स्थित गाजी मियां की दरगाह पर भगवा झंडा लहराने से उपजे विवाद के बाद सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। हालांकि माहौल शांतिपूर्ण है। मामले को लेकर अभी तक किसी भी पक्ष के द्वारा तहरीर नहीं दी गई है। न ही कोई रिपोर्ट दर्ज की गई। पुलिस अपने स्तर से प्रसारित वीडियो के माध्यम से उपद्रवियों को चिन्हित कर रही है। सोमवार को यह चर्चा रही की दरगाह पर नियमित रूप से दर्शन पूजन करने जाने वाले कुछ अनुयाइयों ने जिलाधिकारी को पत्र देकर अराजक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई।
झंडा लहराने वालों का नेतृत्व करने वाले मानेंद्र ने किया सरेंडर
सिकंदरा स्थित गाजी मियां की दरगाह में भगवा झंडा लहराने का नेतृत्व करने वाले मानेंद्र प्रताप सिंह ने एसओजी के समक्ष आत्म समर्पण कर दिया। तमाम समर्थकों के साथ फूल माला पहनकर वह सरेंडर करने के लिए पहुंचा।
दरगाह की छत पर चढ़कर फहराया था भगवा झंडा
सिकंदरा स्थित सालार मसूद गाजी मियां की दरगाह पर महाराजा सुहेलदेव सुरक्षा सम्मान मंच के कार्यकर्ताओं ने रविवार को भगवा झंडा फहरा दिया था। परिसर में काफी देर तक विरोध प्रदर्शन कर दरगाह को हटाने की मांग की। इसका वीडियो वायरल होने पर पुलिस मौके पर पहुंची। लेकिन तब प्रदर्शनकारी जा चुके थे। बहरिया ब्लॉक के सिकंदरा कस्बा स्थित गाजी मियां की दरगाह पर प्रत्येक रविवार और बुधवार को रौजा मेला लगता है, जिसमें हिंदू और मुसलमान पहुंचते हैं। विवाद 23 मार्च को शुरू हुआ, जब दरगाह पर रौजा मेला कमेटी के अध्यक्ष सफदर जावेद की ओर से पुलिस ने ताला लगवा दिया था। हालांकि, शाम को जावेद ने बयान जारी किया कि मरम्मत कार्य की वजह से ताला लगाया गया है।
दूसरे दिन 24 मार्च को ताला खोल दिया गया लेकिन सन्नाटा रहा। इसके बाद कुछ लोग पहुंचते रहे। लेकिन 30 मार्च को मेले वाले दिन फिर बैरिकेडिंग कर दी गई। पुलिसकर्मी तैनात रहे और मेला नहीं लगा। रविवार को महाराजा सुहेलदेव सम्मान सुरक्षा मंच के कार्यकर्ता मानेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में भगवा झंडा लेकर दरगाह पर पहुंचे और नारेबाजी शुरू कर दी। कुछ कार्यकर्ता दरगाह के मुख्य द्वार के गुंबद पर चढ़कर झंडा लहराने लगे। इससे अफरातफरी मच गई। प्रदर्शन के दौरान वहां कोई सुरक्षाकर्मी नजर नहीं आया। न ही स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया।प्रदर्शन का वीडियो वायरल होने पर एसीपी फूलपुर पंकज लवानिया, थाना अध्यक्ष बहरिया महेश मिश्रा भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे थे। कस्बे में फ्लैग मार्च किया और शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। हालांकि, अमर उजाला वीडियो की पुष्टि नहीं करता लेकिन सुहेलदेव सम्मान सुरक्षा मंच के कार्यकर्ता मानेंद्र प्रताप से बात की गई तो उन्होंने बताया कि झंडा उनके संगठन की ओर से फहराया गया है।