बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने प्रयागराज के नामी स्कूलों में शामिल सेंट जोसफ कॉलेज को आज नोटिस भेजा है। नोटिस में स्कूल की मान्यता और बिना योग्य डिग्री के शिक्षकों द्वारा बच्चों को पढ़ाए जाने सहित 31 सवालों के जवाब स्कूल प्रशासन से मांगा गया हैं।
बीएसए ने एक शिकायत पर कार्रवाई शुरू की है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि स्कूल के स्थापना वर्ष 1884 से यह बिना मान्यता के संचालित हो रहा है। इस सवाल पर स्कूल के फादर ने कहा कि 1884 से यह विद्यालय चल रहा है, बिना मान्यता के तो चलेगा नहीं। उन्होंने कहा कि बीएसए ने जो नोटिस दी है उसका जवाब दिया जाएगा।
बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि स्कूल प्रबंधन को नोटिस भेजकर मान्यता समेत अन्य प्रमाण पत्र साक्ष्य के साथ मांगे गए हैं लेकिन विद्यालय की तरफ से अभी तक प्रस्तुत नहीं किया गया है।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि यह संस्थान अपने स्थापना वर्ष 1884 से बिना मान्यता के चल रहा है।
यह इसाई मिशनरी द्वारा संचालित है लेकिन बिना मान्यता के चल रहा है।
यह ज्ञान दीप विद्या सोसाइटी के द्वारा संचालित है लेकिन ज्ञान दीप विद्या सोसायटी भारत सरकर के पोर्टल एनजीओ दर्पण में पंजीकृत नहीं है।
नेशनल बिल्डिंग कोड, अग्निशमन विभाग से कोई एनओसी नहीं लिया गया है। इसी तरह क्लास में मानक से ज्यादा बच्चों को बैठाकर पढ़ाया जा रहा है। इसका पूरा विवरण क्लासवाइज दिया गया है। केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित योग्यता न होने वाले शिक्षक भी पढ़ा रहे हैं।
बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने जिन 31 बिन्दुओं पर विद्यालय प्रशासन से जवाब मांगा है उसमें विद्यालय किस समिति या ट्रस्ट द्वारा संचालित है, संबंधित साक्ष्य के साथ स्वप्रमाणित छायाप्रति उपलब्ध कराएं। किस कक्षा से किस कक्षा तक विद्यालय की मान्यता है, इसका साक्ष्य। विद्यालय की मान्यता दिए जाने संबंधित साक्ष्य उपलब्ध कराएं। विद्यालय को किस विभाग द्वारा मान्यता के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र निर्गत किया गया है। विद्यालय को अल्पसंख्यक संस्था घोषित किए जाने संबंधित शासन या विभाग के आदेश की कापी। यदि विद्यालय ज्ञान दीप विद्या सोसाइटी द्वारा संचालित है तो उसके पंजीकरण एवं उसके सदस्याें की प्रमाणित सूची। अपने संस्थान के नाम एवं स्वामित्व में कब कब परिवर्तन किया गया उसकी अनुमति किस प्राधिकारी द्वारा प्रदत्त है। जिस मान्यता बोर्ड सें मान्यता है उसके संबंध की तिथि क्या है।
विद्यालय में कितने हिंदू, मुस्लिम, इसाई व अन्य धर्माें के छात्र हैं। प्री प्राइमरी कक्षाएं संचालित करने के लिए आपको किस संस्थान या विभाग से मान्यता है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत विद्यालय में शिक्षा का माध्यम क्या है।
आपके संस्थान द्वारा राज्य व केंद्र सरकार द्वारा संसुचित किसी संस्था से कभी कोई सेफ्टी आडिट कराया गया, इसे संबंधित स्पष्टीकरण दें। आरटीई के सेक्शन 12 के तहत अपने विद्यालय की मैपिंग नहीं कराई गई, इसका कारण स्पष्ट करें। सीडब्ल्यूएसएन के आरंभिक पहचान के लिए आपके विद्यालय में क्या व्यवस्थाएं हैं। प्रबंध समिति, माता पिता, वरिष्ठ छात्र या वरिष्ठ छात्राओं के द्वारा संस्थान में स्थापित सेफ्टी एंड सिक्याेरिटी आडिट नहीं कराया गया और न ही इसके लिए किसी शिक्षक को नियुक्त किया गया है, क्यों? बीएसए ने नोटिस में पूछा है कि एनईपी – 2020 के तहत विद्या प्रवेश कार्यक्रम का संचालन नहीं किया गया, स्पष्टीकरण दें। शिक्षक, छात्र उपस्थिति अभी भी मैन्युअल ही है क्यो, स्पष्ट करें। स्टेट स्कूल स्टैंडर्ड अथारिटी से अभी तक आत्म प्रमाणन नहीं किया गया है, सपष्टीकरण दें। विद्यालय रख रखाव मद में किया गया खर्च अत्यंत न्यून है जो कि बच्चों के लिए जोखिम भरा वातावरण उत्पन्न करता है। स्पष्ट करें।
बीएसए ने नोटिस में पूछा है कि विद्यालय काे प्रदत्त मान्यता में प्रत्येक कक्षा में कितने वर्ग संचालन की अनुमति प्रदान की गई, साक्ष्य दें।
प्रत्येक कक्षा में अत्यधिक संख्या में छात्रों का नामांकन किया गया है, जो आईटीई के मानकों का उल्लंघन है। स्पष्टीकरण दें। विद्यालय को निर्गत एनबीसी प्रमाण पत्र एवं अग्नि शमन प्रमाण पत्र की प्रति उपलब्ध कराएं।
शिकायतकर्ता के अनुसार, विद्यालय को अल्पसंख्यक बताया जाता है लेकिन यह अल्पसंख्यक विभाग में पंजीकृत नहीं है, इसका साक्ष्य दें।
विद्यालय में प्री प्राइमरी की कोई बिल्डिंग नहीं है फिर भी प्राइमरी कक्षा संचालित है, स्पष्टीकरण दें।
सीडब्ल्यूएसएन के लिए कोई शौचालय व यूरिनल की व्यवस्था नहीं है, यदि है तो साक्ष्य दें। विद्यालय में बच्चों का कभी स्वास्थ्य परीक्षण नहीं होता है तथा वार्षिक स्वास्थ्य अभिलेख नहीं किया जाता है, स्पष्टीकरण दें। विद्यालय में इंटीग्रेटेड विज्ञान प्रयोगशाला नहीं है। स्पष्टीकरण दें। बीएसए ने पूछा है कि विद्यालय में 5346 छात्रों में सिर्फ 3159 छात्रों की अपार आईडी बनाई गई। 2174 छात्रों की आइडी क्यों नहीं बनी है।
शिकायतकर्ता ने पूछा है कि विद्यालय में पढ़ाने वाले किसी भी शिक्षक के पास केंद्र सरकार निर्धारित योग्यता नहीं है, इसका पूरा डिटेल उपलब्ध कराएं।
Anveshi India Bureau