बाबा के शिष्यों ने बताया कि वे फल और दूध का भी सेवन नहीं करते थे। उन्होंने विवाह नहीं किया था। वे कभी स्कूल नहीं गए, जो कुछ सीखा अपने गुरु से ही सीखा। उन्हें अंग्रेजी का भी अच्छा ज्ञान था।
योग गुरु बाबा शिवानंद के आश्रम में उनके अंतिम दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ लगी रही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर शोक संवेदना व्यक्त की। ट्वीट में उन्होंने लिखा कि- योग साधक और काशी निवासी शिवानंद बाबा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। योग और साधना को समर्पित उनका जीवन देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा। योग के जरिए समाज की सेवा के लिए उन्हें पद्मश्री से सम्मानित भी किया गया था।
योग साधक और काशी निवासी शिवानंद बाबा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। योग और साधना को समर्पित उनका जीवन देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा। योग के जरिए समाज की सेवा के लिए उन्हें पद्मश्री से सम्मानित भी किया गया था।