समाजवादी छात्रसभा के नेता सद्दाम अंसारी की ओर से शहर के जार्जटाउन में एक विवादित पोस्टर लगाया है। इसमें भाजपा और सपा के उन चार नेताओं के चित्र हैं जो भड़काऊ भाषण देने के मामले में चर्चा में रहे। लिखा गया है कि क्या भड़काऊ भाषण देने पर सिर्फ मुसलमानों की ही सदस्यता रद्द होती है।
शहर के जार्ज टाउन में सपा छात्रसभा से जुड़े छात्रनेता ने विवादित पोस्टर लगाया है। इसके माध्यम से भाजपा सरकार पर पक्षपात करने का आरोप लगाया गया है। पोस्टर पर लिखा है कि भाजपा के सामुदायिक सौतेले व्यवहार का जीता जागता उदाहरण है कि भड़काऊ भाषण देने पर भाजपा के नेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जबकि सपा नेताओं पर मुकदमे दर्ज किए गए और उनकी सदस्यता गई। यह पोस्टर पूरे शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
छात्रनेता की ओर से लगाए गए पोस्टर में भाजपा और सपा के चार-चार नेताओं की फोटो लगाई गई है, जो लोग विवादित बयान देने के बाद चर्चा में रहे। इसमें लिखा गया है कि भड़काऊ भाषण देने वाले भाजपा के नेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, जबकि सपा नेताओं पर न सिर्फ कार्रवाई की गई, बल्कि उनकी विधानसभा की सदस्यता भी खत्म हुई।
पोस्टर में भाजपा नेता सांसद अनुराग ठाकुर, मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह, पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी और भाजपा नेता नुपुर शर्मा का चित्र लगा है जबकि दूसरी तरफ सपा नेता आजम खां, अफजाल अंसारी, इरफान सोलंकी और अब्बास अंसारी का चित्र लगा है। सपा के छात्रनेता सद्दाम अंसारी कामरेड अंसारी की ओर से लगाए गए इस पोस्टर में लिखा गया है कि भाजपा बताए कि आपत्तिजनक टिप्पणी का मानदंड क्या होता है। क्या आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर सिर्फ मुसलमानों की सदस्यता रद्द होती है।
Courtsy amarujala