Sunday, July 6, 2025
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डीएलएड 2025-26 में प्रवेश की अनुमति को भेजा प्रस्ताव

सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी प्रयागराज ने डीएलएड 2025 – 26 में आनलाइन आवेदन जुलाई के अंतिम हफ्ते से लेने के लिए शासन को प्रस्ताव आज भेजा है। शासन से अनुमति मिलते ही डीएलएड 2025 – 26 मे प्रवेश के लिए आनलाइन आवेदन लिया जाना शुरू हो जाएगा। जुलाई – अगस्त में प्रवेश के लिए आनलाइन आवेदन लिया जाएगा और अगस्त – सितंबर में काउंसलिंग करके प्रवेश के बाद से कक्षाएं शुरू हो जाएगी, इससे डीएलएड 2025-26 का सत्र भी नहीं पिछड़ेगा।

प्रदेश में डीएलएड की कुल 2.35 लाख सीट है। प्रदेश के सभी 67 जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में कुल 10,600 डीएलएड सीट जबकि शेष 2,24,400 सीट निजी क्षेत्र के 3200 डीएलएड कालेजों में है। डीएलएड का प्रशिक्षण दो वर्ष अर्थात छह – छह माह के चार सेमेस्टर में पूरा होता है। एक – एक सेमेस्टर में आठ – आठ प्रश्नपत्र की परीक्षाएं होती है।

सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी उप्र प्रयागराज अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि डीएलएड की काउंसलिंग, प्रवेश और शिक्षण कार्य शुरू करने का प्रस्ताव तैयार करके आज शासन को मंजूरी के लिए भेज दिया गया है। शासन से मंजूरी मिलते ही आनलाइन आवेदन डीएलएड के लिए जुलाई के अंतिम हफ्ते से लिया जाएगा, अगस्त में काउंसलिंग के बाद प्रवेश और शिक्षण शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि सितंबर से प्रदेश के सभी डायट और डीएलएड कालेजों में शिक्षण कार्य शुरू हो जाएगा।‌ इससे डीएलएड का सत्र भी नहीं पिछड़ेगा।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024 -25 में डीएलएड की 40 हजार सीटें शेष रह गयी थी जिस पर प्रवेश नहीं हुआ था। निजी क्षेत्र के डीएलएड कालेजों की ओर से शेष 40 हजार सीटों पर प्रवेश की अनुमति मांगी गयी थी लेकिन सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने तीन काउंसलिंग के बाद सीट ना भरने पर रोक लगाते हुए प्रवेश बंद कर दिया था।

प्रदेश में छह वर्ष से नहीं हुई है बेसिक में शिक्षक भर्ती

प्रदेश में छह वर्ष अर्थात 2018-19 के बाद से बेसिक शिक्षा में शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई है जिससे लाखों बीटीसी, डीएलएड और बीएड डिग्री धारक सड़कों पर टहल रहे हैं। वर्ष 2018-19 में बेसिक शिक्षा में 69,000 शिक्षक भर्ती हुई थी। इसके बाद से बेसिक शिक्षा में लाखों पद रिक्त हैं लेकिन शासन रिक्त पदों पर शिक्षक, शिक्षिकाओं की भर्ती नहीं कर रहा है। प्रतिवर्ष पांच हजार से अधिक शिक्षक, शिक्षिकाएं रिटायर हो रहे हैं लेकिन इन रिक्त पदों पर भर्ती नहीं हो रही है। उप्र वैचारिक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ ज्ञान प्रकाश सिंह का कहना है कि बेसिक शिक्षा में एक लाख शिक्षक और शिक्षिकाओं के पद रिक्त हैं। उन्होंने कहा कि रिक्त पदों पर भर्ती ना होने से लाखों बीटीसी, डीएलएड और बीएड डिग्री धारक सड़कों पर टहल रहे है।

 

 

Anveshi India Bureau

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