आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के अध्यक्ष और सांसद चंद्रशेखर आजाद को नजरबंद करने के बाद नैनी में रविवार को बवाल हो गया था। लाठीचार्ज करने पर भड़की हिंसा ने वाहनों में तोड़फोड़ करने के बाद आग लगा दी। पुलिस पर भी हमला किया गया था। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने 50 से अधिक उपद्रवियों को हिरासत में लिया है।
करछना बवाल मामले में भीम आर्मी के 604 कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। इसमें 52 नामजद आरोपी गिरफ्तार गिरफ्तार किए गए हैं। अदालत में पेश करने के बाद सभी आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। आरोपियों में भीम आर्मी के तहसील अध्यक्ष- उपाध्यक्ष भी शामिल हैं। पुलिस ने रात भर दबिश देने के बाद आरोपियों को दबोचा। पांच थाना क्षेत्रों के 18 गांवों में छापा मारा गया।
करछना में एक दिन पहले हुए बवाल के मामले में पुलिस ने रात भर उपद्रवियों की तलाश में अलग-अलग इलाकों में तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान 31 अन्य लोग भी हिरासत में लिए गए। 20 लोगों को बवाल के कुछ देर बाद ही हिरासत में ले लिया गया था, ऐसे में अब तक कुल हिरासत में लिए गए लोगों की संख्या 51 हो गई है। पुलिस इन सभी से पूछताछ में जुटी हुई है।
करछना थाने में डीसीपी विवेक यादव के मौजूदगी में पकड़े गए 51 आरोपियों को दो पुलिस वैन से भारी सुरक्षा के साथ मेडिकल कराकर न्यायालय भेजा गया। डीसीपी करछना थाने में ही कैंप कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मौके पर शांति व्यवस्था कायम है। एहतियातन अलग-अलग थानों की फोर्स के साथ पीएसी भी लगाई गई है। बावल में शामिल अज्ञात आरोपियों की पहचान के लिए वीडियो फुटेज का सहारा लिया जा रहा है।
क्या है पूरा मामला
आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद चंद्रशेखर को प्रयागराज सर्किट हाउस में रोके जाने पर रविवार को करछना में बवाल हो गया था। आक्रोशित भीड़ ने करछना-कोहड़ार मार्ग पर जाम लगा दिया। समझाने पहुंची पुलिस टीम पर प्रदर्शनकारियों ने हमला बोल दिया। पुलिस की तीन गाड़ियों समेत एक दर्जन वाहनों में तोड़फोड़ की और 15 बाइकें फूंक दी थी। पथराव में चौकी प्रभारी समेत आधा दर्जन पुलिसकर्मी चोटिल हो गए थे।
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