रेलवे प्रादेशिक सेना (टेरिटोरियल आर्मी ) के रेजिमेंटों ने आपदा प्रबन्धन, युद्धकालीन सहयोग एवं रेलवे संचालन के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान दिया था |
उक्त उदगार इण्डियन रेलवे इम्प्लॉइज फेडरेशन के महामंत्री कामरेड मनोज पाण्डेय ने रेलवे प्रादेशिक सेना के रेजिमेंटों को पुनः प्रारम्भ करने की माँग कर रहे वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे वर्कर्स यूनियन , नार्थ सेंट्रल रेलवे वर्कर्स यूनियन एवं नार्दन रेलवे इम्प्लॉइज यूनियन के पदाधिकारियों के वरचुअल मीटिंग को सम्बोधित करते हुए किया |
कामरेड मनोज कहा कि टेरिटोरियल आर्मी की छः रेजिमेंट में से पांच को कई वर्ष पहले बन्द कर दिया गया जिसमे डब्ल्यू सी आर के सागर और कोटा की दो महत्वपूर्ण रेजिमेंट भी थी | एक रेजिमेंट कार्य कर रही थी अब उस
भी बन्द कर दिया है जिससे राष्ट्र सेवा में भाग लेने के इच्छुक रेल कर्मचरियो में आक्रोश व्याप्त है |
फेडरेशन के महामंत्री मनोज पाण्डेय एवं वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे वर्कर्स यूनियन के महामंत्री पुष्पेन्द्र त्रिपाठी ने संयुक्त रूप से कहा कि दुःख की बात कि टी ए के रेजिमेंटों को वर्षो पूर्व बन्द कर दिया है, जब कि देश की वेतमान परिस्थिति, सुरक्षा आवश्यकताए और आपदा प्रबन्धन की चुनौती को देखते हुए यह पुनः आवश्यक हो गया है कि रेल कर्मचारियों को
प्रादेशिक सेना के माध्यम से राष्ट्र सेवा में भाग लेने का अवसर मिले |
नेता द्वय ने कहा कि आज भी अनेक रेल कर्मी अपनी स्वेच्छा से सेना के साथ कार्य करने का इच्छुक है परन्तु उपयुक्त अवसर के आभाव में यह सम्भव नहीं हो पा रहा है | रेलवे टेरिटोरियल आर्मी को पुनः शुरू करने न केवल रेल कर्मियों की राष्ट्र सेवा भावना को प्रोत्साहन मिलेगा बल्कि यह देश की सुरक्षा संरचना को भी मजबूती प्रदान करेगा |
वेस्ट सेंट्रल रेलवे वर्कर्स यूनियन एवं अन्य जोनो के मांग पर इण्डियन रेलवे इम्प्लॉइज फेडरेशन ने चेयरमैन/सी ई ओ रेलवे बोर्ड एवं रेल मंत्री भारत सरकार व् रक्षा मंत्री भारत सरकार को पत्र लिख कर रेलवे प्रादेशिक सेना के सभी रेजिमेंट को पुनः चालू करने का माँग किया |
Anveshi India Bureau