राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 की संस्तुतियों को प्राथमिक कक्षाओं में लागू करने तथा एनसीएफ- 2023 के अनुसार कक्षा शिक्षण में बदलाव करने एवं एनसीआरटी की नवीन पाठ्यपुस्तकों पर आधारित विकासखंड स्तरीय संदर्भ दाताओं का पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम डायट में चल रहा है। प्रशिक्षण सत्र का शुभारंभ प्राचार्य राजेंद्र प्रताप ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए प्राचार्य राजेंद्र प्रताप ने प्रशिक्षण में अपना संपूर्ण सहयोग प्रदान करने एवं विकासखंड स्तर पर होने वाले शिक्षक प्रशिक्षण के माध्यम से शिक्षकों को नवीन शिक्षण प्रविधियां से समृद्ध करते हुए कक्षा शिक्षण में लागू करने पर बल दिया, ताकि नवीन पाठ्य पुस्तकों का कक्षा में बेहतर प्रयोग हो सके और छात्रों को अपेक्षित दक्षताएं प्राप्त हो सके।
डायट प्रवक्ता राजेश पांडे ने प्रशिक्षण के पांच दिवसों में दी जाने वाली विषय वस्तु पर प्रकाश डालते हुए एनसीईआरटी आधारित कक्षा तीन की नवीन पाठ्य पुस्तकों वीणा-1, गणित मेला, एवं संतूर की विशेषताएं बताई और उनके प्रयोग के लिए शिक्षकों की तैयारी पर बल दिया। डॉ प्रसून कुमार सिंह ने हिंदी भाषा को पढ़ाने के लिए निर्धारित मूलभूत सिद्धांतों सु, बो,प,ली को प्रत्येक दिवस कक्षा शिक्षण में लागू करने तथा हिंदी भाषा शिक्षण में होने वाली सामान्य भूलों पर ध्यान आकर्षण किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम को बेहतर ढंग से संचालित करने हेतु डॉ प्रशांत कुमार ओझा ,सुनील कुमार तिवारी, सत्येंद्र द्विवेदी , शशिकांत मिश्र, डॉ शरद मिश्र, अनुराग पांडे ,रुचि श्रीवास्तव सहित अन्य ने योगदान दिया।
Anveshi India Bureau