शिक्षक दिवस के पावन अवसर पर पुरातन छात्र परिषद, स्वामी विवेकानन्द उच्चतर माध्यमिक विद्यालय द्वारा आयोजित “राष्ट्र निर्माण सम्मान–2025 समारोह” का आयोजन विद्यालय प्रांगण, कल्याणी देवी, प्रयागराज में गरिमामय वातावरण में सम्पन्न हुआ।
इस अवसर के *मुख्य अतिथि* प्रयागराज के महापौर *श्री गणेश केसऱवानी* ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षक समाज के सच्चे मार्गदर्शक और राष्ट्र के वास्तविक निर्माता हैं। उनके द्वारा दिए गए संस्कार ही समाज और देश की दिशा तय करते हैं।
समारोह के विशिष्ट अतिथि भूतपूर्व प्रधानाचार्य श्री विद्याधर द्विवेदी जी ने भी अपने उद्बोधन में विद्यालय के स्वर्णिम इतिहास और गुरु–शिष्य परंपरा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विद्यालय परिवार ने सदैव संस्कारवान और समाजोपयोगी विद्यार्थी तैयार किए हैं, जिन पर आज भी विद्यालय को गर्व है। उनकी गरिमामयी उपस्थिति ने समारोह को विशेष महत्ता प्रदान की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री मन्दीप श्रीवास्तव, अध्यक्ष – पुरातन छात्र परिषद ने की। उन्होंने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि यह समारोह गुरुजनों के अमूल्य योगदान को सम्मानित करने का एक छोटा सा प्रयास है। यह हम सबके लिए सौभाग्य है कि हमें अपने शिक्षकों का ऋण आभार स्वरूप चुकाने का अवसर मिल रहा है।
उपरोक्त कार्यक्रम में जिन आचार्य एवं दीदी जी लोगों को सम्मानित किया गया, उनमें भूतपूर्व प्रधानाचार्य श्री विद्याधर द्विवेदी, प्रधानाचार्य श्री समुद्रगुप्त मौर्य, सुश्री ममता सिंह,
श्रीमती मंजूषा सिंह, श्रीमती अमिता सक्सेना, श्रीमती प्रतिमा मालवीय, श्री ब्रह्मानंद त्रिपाठी, श्री अवध राज सिंह, श्री दिनेश पांडे, श्री रामायण तिवारी, श्री चंदन लाल सिंह, श्रीमती अंजली सिंह, श्री संतलाल मिश्र श्री भोलानाथ तिवारी, श्री हरिशंकर जी, श्री गौरी शंकर जी रहें।
कार्यक्रम संयोजक श्री पंकज श्रीवास्तव ने आयोजन की रूपरेखा प्रस्तुत की तथा परिषद के सचिव श्री मुदुलमंयक टंडन ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सभी अतिथियों एवं सहयोगियों का आभार व्यक्त किया, कार्यक्रम का मंच संचालन पूर्व छात्रा डॉ० आभा मधुर ने किया।
समारोह में विद्यालय परिवार, पुरातन छात्र परिषद के सदस्य, छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने सभी का मन मोह लिया।
यह आयोजन न केवल शिक्षकों को सम्मानित करने का माध्यम बना, बल्कि समाज में शिक्षा और संस्कार के महत्व को भी उजागर करता रहा।
Anveshi India Bureau