प्रयागराज। शंभूनाथ रिसर्च इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड हॉस्पिटल, झलवा, प्रयागराज में आयोजित आठ दिवसीय मॉड्यूल कार्यशाला के आठवें दिन बी.एस.सी नर्सिंग के 6th और 8th सेमेस्टर के विद्यार्थियों को “Advance Cardiac Life Support (ACLS)” पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया।इस प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को विद्यांता स्किल इंस्टिट्यूट, गुरुग्राम के प्रशिक्षक श्री डेनी सिबी और सुश्री फियोना कुरियाकोज़ ने प्रशिक्षित किया। प्रशिक्षण में विद्यार्थियों को हृदयाघात (Cardiac Arrest) की पहचान, उन्नत जीवनरक्षक उपाय, दवाओं का सही उपयोग, वेंटिलेशन तकनीक, एयरवे मैनेजमेंट, डिफिब्रिलेशन और टीम-बेस्ड रेस्पॉन्स सिस्टम की विस्तृत जानकारी दी गई। प्रशिक्षकों ने BCLS और ACLS के बीच अंतर, अस्पताल आपातकालीन प्रणाली में टीम समन्वय, Code Blue Activation, और Resuscitation Protocols के महत्व पर भी ध्यान केंद्रित किया। विद्यार्थियों ने मैनिकिन के माध्यम से हृदयगति रुकने की स्थिति में उन्नत जीवनरक्षक तकनीकों का व्यावहारिक अभ्यास किया। संस्थान के सचिव कौशल कुमार तिवारी ने कहा कि “ACLS प्रशिक्षण नर्सिंग विद्यार्थियों को आपातकालीन स्थितियों में त्वरित और वैज्ञानिक रूप से कार्य करने की क्षमता प्रदान करता है। यह उन्हें टीम लीडर के रूप में कार्य करने का आत्मविश्वास भी देता है।एस.आई.ई.टी. के निदेशक डॉ. आर.के. सिंह ने कहा कि “ACLS का ज्ञान उच्चस्तरीय आपातकालीन चिकित्सा सेवा में दक्षता के लिए आवश्यक है। आधुनिक अस्पतालों में रोगियों के जीवन की रक्षा के लिए इसका सीधा उपयोग होता है।संस्थान की प्राचार्य डॉ. संतोष एस. यू. ने कहा कि “यह प्रशिक्षण विद्यार्थियों में तकनीकी दक्षता, निर्णय क्षमता और टीम समन्वय का विकास करता है, जिससे वे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप आपातकालीन देखभाल प्रदान कर सकें।कार्यशाला का संचालन नर्सिंग विभाग की शिक्षिकाओं श्रीमती बेबी जैसवाल और सुश्री रीता पोखरिया द्वारा किया गया। विद्यार्थियों ने प्रशिक्षण सत्र में सक्रिय भागीदारी दिखाते हुए हृदय आपातकाल की नवीन तकनीकों का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।





Anveshi India Bureau



