आल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आइसा) और दिशा सहित कई छात्र संगठनों ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र के निलंबन पर जोरदार प्रदर्शन किया। विश्वविद्यालय प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की गई।
आल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आइसा) और दिशा सहित कई छात्र संगठनों ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र के निलंबन पर जोरदार प्रदर्शन किया। विश्वविद्यालय प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की गई। कहा कि लगातार छात्रों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। आक्रोशित छात्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों की संगोष्ठी के कार्यक्रमों को रोकना और छात्रों के ऊपर निलंबन की कार्यवाही करना न सिर्फ शर्मनाक है बल्कि विश्वविद्यालय प्रशासन के मनमाने और शिक्षा विरोधी रवैया को दर्शाता है।
विश्वविद्यालय प्रशासन का छात्र विरोधी व्यवहार लगातार बना हुआ है। छात्रों की आवाज सुनने और उन्हें लोकतांत्रिक परिवेश देने की बजाय उनके ऊपर कार्यवाही करते जा रहा है। इसके खिलाफ विश्वविद्यालय के छात्रों ने लाइब्रेरी गेट पर जमकर विरोध प्रदर्शन दर्ज किया गया। छात्रों के निलंबन को वापस लेने की मांग की। प्रदर्शन में शामिल ऐसा इकाई सह सचिव मानवेंद्र ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर को एक छावनी में तब्दील करते हुए छात्रों के रचनात्मक कार्यों पर प्रतिबंध लगाकर छात्रों की सोचने समझने वाद-संवाद और विचार गोष्ठी करने से वंचित किया जा रहा है। इसके खिलाफ आवाज उठाने पर विश्वविद्यालय प्रशासन निलंबन कर दे रहा है।
छात्रों ने मांग किया कि विश्वविद्यालय प्रशासन के मनमाने और दुर्व्यवहार पूर्ण रवैया पर तत्काल रोक लगाते हुए छात्रों के ऊपर की गई निलंबन कार्यवाही को तत्काल वापस लिया जाए। इसके साथ ही विश्वविद्यालय परिसर में लोकतांत्रिक माहौल को कायम किया जाए और छात्रों को पर रोक-टोक कार्यक्रम करने की अनुमति प्रदान की जाए। छात्र विरोधी विश्वविद्यालय प्रशासन को बर्खास्त करके नए सिरे से प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्त की जाए। मांगी पूरी नहीं होने पर छात्रों का आंदोलन जारी रहेगा।
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