शारदीय नवरात्र महोत्सव मेला के तृतीय दिवस के अवसर पर महाशक्ति पीठ मां कल्याणी देवी के धाम में प्रातः 5:00 बजे माता कल्याणी का मां चंद्रघंटा के स्वरूप को सुशोभित कर मंगला आरती किया गया तत्पश्चात षोडसोपचार विधि के अनुसार माता चंद्रघंटा का महा अभिषेक किया गया और शाम 6:00 बजे माता चंद्रघंटा के स्वरूप का रात्रि श्रृंगार का दिव्य दर्शन भक्तों के लिए मंदिर का कपाट खोला गया
माता के दिव्य श्रृंगार का एक झलक पाते ही भक्ति गानों ने जय माता का जयकारा लगाते हुए नारियल चुनरी फल फल फूल माला मेवा आदि चढ़ाकर माता के चरणों में शीश नवा कर आशीर्वाद लिया
मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित सुशील कुमार पाठक ने बताया कि आज का दिन मां चंद्रघंटा को समर्पित किया गया है। यह मां दुर्गा का तीसरा रूप है, जिसकी पूजा से भक्तों को भय से मुक्ति मिलती है और हर तरह के पाप भी नष्ट हो जाते हैं। और देवी चंद्रघंटा का स्वरूप अत्यंत शांति दायक और कल्याणकारी है और आज माता कल्याणी ने मां चंद्रघंटा के स्वरूप में सिंह पर सवार होकर अपने दसों हाथों की भुजा में अनेक अस्त्र शस्त्र से सुशोभित होकर भक्तों को दर्शन दिए मां का श्रृंगार रत्न जड़ित आभूषणों के साथ बेला गुलाब और मां का गर्भ गृह का श्रृंगार गेंदा फूल और पुष्प गुच्छों से किया गया और सायं काल की महाआरती शाम 6:00 बजे और रात्रि काल की 12:30 बजे किया गया ।
इस अवसर महिला मंडल के द्वारा मंदिर प्रांगण में भजन गायन का आयोजन किया गया
और मंदिर प्रांगण में चल रहे हैं भक्तों शतचंडी महायज्ञ का पूजन अर्चन हवन कर यज्ञ की परिक्रमा कर मन्नतें मांगी
मीडिया प्रभारी राजेश केसरवानी ने बताया कि 6 अक्टूबर को नवरात्रि के चतुर्थी दिवस पर माता कल्याणी का श्रृंगार भगवती कुष्मांडा के स्वरूप में किया जाएगा जिसमें मां अपने भक्तों को 8 भुजा में शस्त्र धारण कर सिंह पर विराजित होकर दर्शन देंगी
Anveshi India Bureau