कुंभ नगरी में शुक्रवार को प्रदेशभर से 200 बाल कलाकार जुटे। उनकी प्रतिभा ने सभी को दांतों तले उंगली दबाने पर विवश कर दिया। अपनी प्रस्तुतियों ने उन्होंने खूब वाहवाही बटोरी। जगत तारन गर्ल्स इंटर कालेज की छात्राओं ने संस्कृत में सरस्वती वंदना पर मनोहारी नृत्य प्रस्तुत कर वातावरण को अध्यात्म के रंग में रंग दिया। सेंट एंथोनी कालेज में आयोजित राज्य स्तरीय कला उत्सव में प्रदेश के 18 मंडलों के कलाकारों ने छह विधाओं में प्रतिभा दिखाई। संगीत (गायन) में ईशान निगम, सृष्टि सिंह, संस्कृति श्रीवास्तव, शाल्वी चौबे ने अपने प्रदर्शन से तालियां बंटोरीं। समूह गरसल में लखनऊ मंडल की अंशिका श्रीवास्तव अव्वल रहीं। संगीत (वादन) में प्रयागराज के वासुदेव पांडेय प्रथम रहे। नृत्य में लखनऊ की वैदिक कन्या इंटर कालेज, गणेशगंज की खुशी रस्तोगी ने पहला स्थान प्राप्त किया। थिएटर में मेरठ मंडल की आशी ने पहला स्थान प्राप्त किया। दृश्य कला में आगरा मंडल की शिल्पा चंद्रा अव्वल रहीं। पारंपरिक कहानी वाचन में अलीगढ़ मंडल ने बाजी मारी। यहां की अपर्णा सारस्वत प्रथम रहीं। इससे पूर्व आयोजन का उद्घाटन अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक सुरेंद्र कुमार तिवारी ने किया। उन्होंने कहा, जीवन में सफलता के लिए कला जरूरी है। सूचना विस्फोट के इस युग में इंटरनेट पर परोसी जा रही अप संस्कृति से नई पीढ़ी को बचाने के लिए उन्हें कला से जोड़ा जाना चाहिए। उन्होंने युवा पीढ़ी का आह्वान किया कि देश की सांस्कृतिक धरोहर को पहचाने तथा पूरे राष्ट्र को कला के माध्यम से एक सूत्र में पिरोने के लिए आगे आएं। प्रयागराज अपने सपनों को संवारने वाला शहर है। इस कला उत्सव से नई प्रतिभाओं को मंच मिलेगा। अपर शिक्षा निदेशक राजकीय अजय द्विवेदी ने भी भारतीय संस्कृति को सहेजने का आह्वान किया। उत्सव की सूत्रधार संयुक्त शिक्षा निदेशक समग्र शिक्षा सांत्वना तिवारी ने बाल कलाकारों का उत्साह बढ़ाया। संयुक्त शिक्षा निदेशक प्रयागराज मंडल आरएन विश्वकर्मा ने भी बाल कलाकारों को अच्छे प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया। आयोजन में जिला विद्यालय निरीक्षक पीएन सिंह, सह जिला विद्यालय निरीक्षक लाल बाबाू मौर्य ने सहयोग दिया जबकि मंच संचालन डा. प्रभाकर त्रिपाठी ने किया।
Anveshi India Bureau