प्रयागराज पहुंचने पर गाजे-बाजे के साथ नौकायन यात्रा का स्वागत किया गया। इसके बाद आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में कैडेटों ने गंगा बहती हो क्यों, नैतिकता नष्ट हुई, मानवता भ्रष्ट हुई… और चंचल सी मैं बहती हूं…सहित एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों से गंगा की स्वच्छता का संदेश दिया।
महाकुंभ से पहले यूपी नेवल यूनिट एनसीसी लखनऊ की ओर से नदियों की स्वच्छता के लिए नौकायन अभियान चलाया जा रहा है। कानपुर से चलकर प्रयागराज पहुंचने पर रविवार को विशेष नौकायन अभियान-2024 का प्रयागराज में स्वागत किया गया। इस दौरान कैडेटों ने रंगारंग प्रस्तुतियों से भी नदियों की स्वच्छता का संदेश दिया।
21 अक्तूबर को कानपुर से शुरू हुई नौकायन यात्रा 22 दिसंबर को संपन्न होगी। इससे पहले छह को प्रयागराज से रवाना होकर यह यात्रा वाराणसी, बक्सर, पटना, फरक्का होते हुए कोलकाता जाएगी। जगह-जगह पड़ाव के दौरान एनसीसी अफसरों और कैडेटों की ओर से विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए लोगों को नदियों की स्वच्छता का संदेश दिया जाएगा। लगभग 1600 किलोमीटर की इस यात्रा में लोगों को पौराणिक परंपरा, भौगोलिक भव्यता एवं गंगा की महत्ता को करीब से जानने का अवसर मिलेगा।
प्रयागराज पहुंचने पर गाजे-बाजे के साथ नौकायन यात्रा का स्वागत किया गया। इसके बाद आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में कैडेटों ने गंगा बहती हो क्यों, नैतिकता नष्ट हुई, मानवता भ्रष्ट हुई… और चंचल सी मैं बहती हूं…सहित एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों से न सिर्फ गंगा की स्वच्छता का संदेश दिया, बल्कि इसकी महिमा और महत्ता का भी बखान किया। साथ ही समाज को झकझोरने का भी प्रयास किया। एनसीसी कमांडर नैनीताल राजेश सिंह ने नौकायन यात्रा और इसके उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। साथ ही सभी से एकजुट होकर नदियों की स्वच्छता के लिए प्रयास करने का आह्वान किया।
एनसीसी ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर यूएस कांडिल ने कहा कि नौकायन अभियान के साथ ही कैडेटों की ओर से महाकुंभ में नदियों की स्वच्छता के लिए भी व्यापक अभियान चलाया जाएगा। गंगा स्वच्छता के लिए नौकायन अभियान केवल यात्रा नहीं है, बल्कि नदी का प्रत्येक मोड़ और लहरें हमें इसकी नई कहानी बताएगा।
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