भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपलआईटी) में शनिवार से दो दिवसीय रजत जयंती वैश्विक पुरा छात्र मिलन समारोह शुरू हो गया। वर्षों बाद संस्थान पहुंचे छात्र अपने साथियों से मिले तो पुरानी यादें ताजा हो गईं। एक दूसरे ने अपना अनुभव साझा किया। कुछ परिवार सहित आए तो कुछ अकेले ही। हास्टल में रहने और पढ़ाई के दाैरान के अनुभव बताकर ठहाके भी लगाए। इस दाैरान तीन प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों सतीश कुमार, शिवम और रोहित को सम्मानित किया गया।
समारोह का उद्घाटन निदेशक प्रो. मुकुल शरद सुतावाने ने किया। उन्होंने पूर्व छात्रों से युवा पीढ़ी को उनकी जीवनशैली में धैर्य और करुणा का समावेश करके संस्थान निर्माण में भागीदार बनने के लिए आह्वान किया। कहा कि संस्थान परिसर में गूगल लैब स्थापित करने में मदद करें। प्लेसमेंट रिकॉर्ड में संस्थान नंबर एक पर है। कहा कि आप लोग नौकरी लेने वालों के बजाय नौकरी देने वाले बनें और परिसर में बार-बार आते रहें।
पुरा छात्र मामलों के डीन प्रोफेसर अनुपम अग्रवाल ने 7000 से अधिक स्नातकों के पुरा छात्र संघ को परियोजनाओं, औद्योगिक- शैक्षणिक सहयोग और समझौता ज्ञापनों में संस्थान का सहयोग करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने संस्थान के 25 वर्ष की यात्रा प्रस्तुत की। पूर्व निदेशक प्रो. सोमनाथ बिस्वास ने अपने वीडियो संदेश में बताया कि यह संस्थान देश के सर्वश्रेष्ठ कैसे है। उन्होंने संस्थान में एआई आधारित शोध करने के लिए सुझाव दिया। जनरेटिव एआई तकनीक के विकास का सुझाव दिया, जो आईटी का एक केंद्रीय हिस्सा है। पूर्व कार्यवाहक निदेशक प्रो. जीसी नंदी ने विकास और कैंपस प्लेसमेंट के संघर्ष भरे दिनों को याद किया।
आईआईटी कानपुर के निदेशक व बीओजी सदस्य पद्मश्री प्रो. मनिंद्र अग्रवाल ने वीडियो संदेश में ट्रिपलआईटी के 25 वर्ष पूरे करने की बधाई दी। कहा कि किसी भी संस्थान के विकास में पूर्व छात्रों की भूमिका अहम होती है। पूर्व निदेशक और विज्ञान विश्वविद्यालय आंध्र प्रदेश के कुलपति प्रो पी नागभूषण ने वीडियो संदेश के माध्यम से संस्थान की उपलब्धियों पर प्रसन्नता व्यक्त की। पूर्व छात्र अतिथि सतीश कुमार ने शुरुआती दिनों को याद किया। बताया कि कैसे वह इसरो में वैज्ञानिक के रूप में पहुंचे और आखिरकार आईईएस और अब दूरसंचार नियामक सेवाओं में हैं।
मेटा एआई में शोध कर्मचारी और पूर्व छात्र आशीष पप्पू ने छात्रों को जनरेटिव एआई, प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण पर काम करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने छात्रों को डेटा-संचालित प्रक्रियाओं के लिए उद्योग के साथ सक्रिय रूप से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया। पुरा छात्र ऋषभ अग्रवाल, अरविंद, मनु शर्मा, नागेंद्र शर्मा, मनोज सिंह, पवन कुमार केसरवानी आदि पुराने साथियों से मिलकर भावविभोर हो गए। कार्यक्रम में प्रो पवन चक्रवर्ती ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। शाम को एक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें वायलेंट म्यूजिकल बैंड के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी।
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