कायस्थ पाठशाला( के पी ट्रस्ट ) मे प्रतिदिन विवाद बढते जा रहा है इसी श्रृखंला मे आज ट्रस्ट के पूवॅ वरिष्ठ उपाध्यक्ष कुमार नारायण ने स्थानीय होटल प्रयाग इन मे प्रेस वाताॅ कर ट्रस्ट के अध्यक्ष डाॅ सुशील कुमार सिन्हा पर आरोपो की झडी लगा दी । कुमार ने बताया की इनके चुनाव जीतने वैधता की चुनौती चौधरी राघवेद्रं नाथ ने न्यायलय मे पुन: मतगणना की दी । एक सवाल के जबाब देते हुए कहाँ कि अध्यक्ष डाॅ सिन्हा ने अपने घोषणा पत्र मे यह वादा किया था कि ट्रस्ट मे कायस्थ समाज की अधिकतम भागीदारी हेतु आॅन लाइन सदस्यता की ब्यवस्था की जाएगी और मात्र 100रू सदस्यता शुल्क रखा जाएगा । मैने 100रू सदस्यता शुल्क का बिरोध नही कर रहा हुँ । मेरा प्रस्ताव है कि कायस्थ समाज की आम भागीदारी कायस्थ पाठशाला मे चाहते है तो दो श्रेणी की सदस्यता का प्रावधान किया जाएगा एक वह जो 1100 रू देकर या उससे अधिक देकर सदस्य बने उनको कायस्थ पाठशाला प्रबंध तंत्रसृजन एवं सम्ठदन मे भागीदारी दी जाए । प्रदेश तथा देश जो आम कायस्थ पाठशाला से जुडना चाहे उन्हे नि:शुल्क सदस्य बनाया जाए और उनको कायस्थ पाठशाला न्यास के वसियत के तहत सारी सुविधा प्रदान की जाए ।लखनऊ के उस जमीन को जिस पर तमाम अनाधिकृत कब्जा हो रखा है एक शिलान्यास अन्तराष्टीय स्तर का विधालय खोलने का कर दिया गया जिसके बाद आज तक उसकी न कोई चचाॅ हुई न कोई बात हुई । बीते दिन ट्रस्ट के मेजर रंजीत सिंह स्पोॅटस परिसर मे मारपीठ के घटना पर श्री कुमार ने कहाँ यह प्रबंधतंत्र की नाकामी है उन्होने कहाँ प्रयागराज के छीतपुर मे हजारो स्कावयर मीटर जमीन पर अनाधिकृत कब्जा करके लोग मकान बना रहे है और अध्यक्ष तथा उनके दूारा नामित पदाधिकारी की हिम्मत नही है की वहा जा सके । पूवॅ अध्यक्ष दूारा अजिॅत सात से आठ करोड अजिॅत धन को बिना किसी नियम के टेन्डर आदि किए हुए मनमाने ढंग से पैसा खचॅ किषा जा रहा है जो समरसेबिल पम्प 130000 मे लगता है उसका भुगतान 190000 किया गया क्योकि वह एक प्रभावी आदमी था । मेरे परिवार ने कायस्थ पाठशाला के विकास के अपने13वषॅ के अध्यक्षीय विकास कायॅ किया है मेरा दायित्व बनता है ऐसे अवांछित लोगो को कायस्थ पाठशाला प्रबंध तंत्र से हटाया जाए अविशवास प्रस्ताव लाकर डाॅ सुशील कुमार सिन्हा को कायस्थ पाठशाला के अध्यक्ष विवादित है हटाया जाए । आवश्यकता पडी तो पूवॅ अध्यक्ष चौधरी जितेद्रं नाथ सिंह पूवॅ अध्यक्ष टी पी सिंह पूवॅ अध्यक्ष चौ राघवेद्रं नाथ सिंह एवं अन्य न्यासियो का समथॅन मांगूगा जो कायस्थ पाठशाला के हित की बात सोचते है ।
Anveshi India Bureau