Sunday, December 22, 2024
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भारतीय संस्कृति में कुंभ पर्व की परंपरा पर गोष्ठी

प्रयागराज। गंगा यमुना सरस्वती के पवित्र संगम त्रिवेणी की पावन धरती पर सदियों से लगने वाले भव्य व दिव्य महाकुम्भ प्रयाग 2025 के ठीक पहले 21/22 दिसम्बर 2024 को ‘भारतीय संस्कृति में कुम्भ पर्व की परम्परा’ विषय पर हर्षवर्धन शोध संस्थान प्रयागराज व मौलाना अबुल कलाम आजाद इंस्टीट्यूट ऑफ एशियन स्टडीज कोलकाता(स्वायत्त शासी निकाय संस्कृति विभाग भारत सरकार)’ के संयुक्त तत्वावधान में’ ‘ मोतीलाल नेहरु राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद में आयोजित हो रहे अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक समारोह में ‘भारतीय संस्कृति में कुम्भ पर्व की परम्परा और प्रयाग कुम्भ’ विषय के साथ सार्जेण्ट अभिमन्यु पाण्डेय ‘मन्नू’ ने भी अपना शोध आलेख प्रस्तुत कर सहभागिता की।

आज 21 दिसम्बर प्रथम दिवस पर उद्घाटन सत्र में उ प्र सरकार के माननीय उद्योगमंत्री नन्द गोपाल गुप्त ‘नन्दी’ , सांसद डा रीता बहुगुणा जोशी ,न्यायमूर्ति सूर्य प्रकाश केसरवानी , अनिल कुमार गुप्ता अन्नू , प्रो डी पी तिवारी , डा प्रदीप केसरवानी, तथा डा स्वरुप प्रसाद घोष द्वारा उद्घाटन सत्र पर अपना-अपना सम्बोधन व कार्यक्रम के निदेशक डा प्रदीप केसरवानी द्वारा लिखित *प्रयाग महाकुम्भ स्मारिका* सहित तीन पुस्तकों का लोकार्पण किया गया। सभा के प्रारंभ में दीप प्रज्वलन के बाद गणेश तथा वाणी वंदना के साथ राष्ट्रगीत वंदे मातरम् तथा अंत में राष्ट्र गान मनोज कुमार गुप्त ने अपने शिष्यों के साथ प्रस्तुत किया। अंत में आए हुए अतिथियों का आभार ज्ञापन रौनक गुप्ता ने किया ।

अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार की अध्यक्षता न्यायमूर्ति सूर्य प्रकाश केसरवानी तथा सफल संचालन सुश्री रंजना त्रिपाठी ने किया।

सेमिनार में देश के लगभग 17 प्रदेशों से प्रोफेसर्स, शोधार्थी तथा शिक्षक छात्र उपस्थित थे।

 

Anveshi India Bureau

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