अखिल भारतीय दण्डी संन्यासी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पीठाधीश्वर स्वामी ब्रह्माश्रम महराज की सात दिवसीय संगीतमयी श्रीमद्भागवद् कथा ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के बिल्लौरा खुर्द में आज पूर्णाहुति हुई।
पीठाधीश्वर स्वामी ब्रह्माश्रम महराज ने कहां कि भागवद् कथा सुनने और सुनाने से सभी का कल्याण होता है,अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। पीठाधीश्वर स्वामी ब्रह्माश्रम महराज ने कहा कि चातुर्मास के दौरान ओंकारेश्वर के नर्मदा तट पर श्रीमद्भागवद् कथा सुनने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि मां नर्मदा ने घोर तपस्या करके जगत पिता भगवान ब्रह्मा से वर मांगा कि मां गंगा की तरह वह भी सलिला, पुण्या और मोक्षदायिनी हो जाए, इस पर भगवान ब्रह्मा ने कहा कि दूसरा भगवान शिव और मां गंगा नहीं हो सकती है इसलिए आपमें अगर कोई व्यक्ति एक बार स्नान कर लेगा तो उसके सभी पाप नष्ट हो जाएंगे। पीठाधीश्वर स्वामी ब्रह्माश्रम महराज ने कथा के दौरान भागवत कथा कराने, सुनने और उससे मिलने वाले पुण्य पर विस्तार से चर्चा किया। विशाल भण्डारे के साथ भागवद् कथा संपन्न हुई। आसपास के बड़ी संख्या में लोगों ने विशाल भण्डारे में प्रसाद ग्रहण किया। यह चातुर्मास राजस्थान के सूरजकुंड, कुंभलगढ़ के श्री श्री 108 स्वामी अवधेश चैतन्य महराज के संयोजकत्व में चल रहा है जिसका समापन देवशयनी एकादशी को होगा। यहां पर एक हजार से अधिक संत 10 जुलाई गुरु पूर्णिमा से चातुर्मास कर रहे हैं।
Anveshi India Bureau