Thursday, September 19, 2024
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भगवत गीता भारतीय धर्म संस्कृति का विश्व कोष है (मधुकर जी महाराज) 

प्रयागराज, श्री जगन्नाथ जी महोत्सव समिति ट्रस्ट एवं क्षत्रिय सोनार युवक समिति एवं महिला समाज के द्वारा काशीराज नगर स्थित प्रयागेश्वर नाथ भगवान जगन्नाथ जी के धाम में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के षष्ठम दिवस के अवसर पर भक्तों को कथा का रसपान कराते हुए पूज्य श्री विनय प्रिय त्रिपाठी मधुकर जी महाराज ने कहा कि भगवत गीता भारतीय धर्म संस्कृति का विश्वकोष है जो संपूर्ण मानव जगत को जीवन और मरण का साक्षात्कार कराती है और जिसके मूल में सच्चिदानंद भगवान श्री कृष्ण का विराट व्यक्तित्व का दर्शन दिखाई पड़ता है जो भक्तों को प्रेम भक्ति के भाव के रूप में दिखाई पड़ता है और उन्हें पाना चाहता है क्योंकि उनके लिए सत्ता नहीं भाव है श्री कृष्ण और राधामय होकर सच्चिदानंद सागर के ज्वार में मिल जाना चाहता है ।

रथ यात्रा सहसंयोजक राजेश केसरवानी ने बताया कि इस अवसर भगवान श्री कृष्ण और माता रूकमणि के विवाह से संबंधित गोपी गीत गाए गए झांकी की प्रस्तुति की गई

इस अवसर पूर्व पार्षद उमेश चंद्र जायसवाल, शशिकांत जायसवाल पप्पू,, दुर्गा प्रसाद गुप्ता , रोहित वर्मा, जय राम गुप्ता, महिला अध्यक्ष पूनम गुप्ता, कन्हैयालाल गुप्ता, राजेश केसरवानी, त्रिलोकी केसरवानी,अमर रस्तोगी, इंद्रेश नाथ वर्मा, शिवम सोनी, श्रीमती क्रांति जौहरी ,रचना वर्मा ,आशा सोनी, आरती की संचालन रथ यात्रा संयोजक बसंत लाल आजाद ने किया।

इस अवसर प्रीति गुप्ता,अरुण साहू,सुनील अरोड़ा , शुभम अग्रवाल,हैप्पी कसेरा ,पवन गुप्ता ,रामलाल गर्ग, अरुण साहू, अजय अग्रहरि, आदि रहे।

 

Anveshi India Bureau

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