उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माघ मेला–2026 के सकुशल, सुरक्षित एवं भव्य आयोजन हेतु तैयारियों की समीक्षा प्रयागराज मेला प्राधिकरण स्थित आईसीसीसी सभागार में की। बैठक में मंडलायुक्त श्रीमती सौम्या अग्रवाल, पुलिस आयुक्त जोगेंद्र कुमार, माघ मेला अधिकारी ऋषिराज, विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी तथा जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए प्रमुख निर्देश सभी तैयारियाँ 15 दिसम्बर तक पूर्ण हों।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि माघ मेला से सम्बंधित सभी विभाग—नगर विकास, सिंचाई, स्वास्थ्य, पीडब्ल्यूडी, पुलिस, जल निगम, बिजली विभाग—अपने कार्य युद्धस्तर पर कर 15 दिसम्बर 2025 तक पूरा कर लें।
2. रेलवे के लिए विशेष निर्देश
मुख्य स्नान पर्वों पर स्पेशल ट्रेनों की पर्याप्त संख्या उपलब्ध कराई जाए।
संभावित भीड़ के अनुसार रेलवे स्टेशनों पर होल्डिंग एरिया बनाये जाएँ।
रेलवे प्रशासन मेला एवं जिला प्रशासन के साथ समन्वय बनाए।
3. आवागमन एवं परिवहन व्यवस्था
श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन हेतु पर्याप्त बसें व शटल बसों का संचालन किया जाए।
सभी बस चालकों का सत्यापन अनिवार्य।
3800 से अधिक बसें उपलब्ध होंगी — जिनमें 3000 परिवहन निगम, 75 शटल बसें, 200 रिज़र्व शामिल।
4. ट्रैफिक एवं भीड़ प्रबंधन
अंतरजनपदीय एवं अंतरराज्यीय समन्वय के साथ विस्तृत ट्रैफिक प्लान तैयार किया जाए।
मेला क्षेत्र और जनपद को पूरी तरह CCTV एवं AI युक्त कैमरों से कवर किया जाए।
ड्रोन से निगरानी, NDRF/SDRF की तैनाती और पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए।
5. मेला क्षेत्र की स्वच्छता, प्रकाश और बुनियादी ढांचा
घाटों की सफाई, स्ट्रीट लाइटों की व्यवस्था, ठंड के मद्देनजर अलाव की पर्याप्त आपूर्ति।
25,000 शौचालय, 8,000 डस्टबिन, 10 लाख से अधिक लाइनर बैग, 3,000 सफाई कर्मी तैनात होंगे।
242 किमी पेयजल पाइपलाइन व 85 किमी सीवर लाइन बिछाई जा रही है।
सीवर का एक भी बूंद बिना ट्रीटमेंट के गंगा–यमुना में न जाए, यह सुनिश्चित किया जाएगा।
6. स्वास्थ्य व्यवस्था
मेला क्षेत्र में 20-20 बेड के दो अस्पताल,
5 आयुर्वेदिक और 5 होम्योपैथिक चिकित्सालय,
50 एम्बुलेंस की व्यवस्था।
7. निर्माण कार्य एवं स्थलों का सौंदर्यीकरण
लेटे हनुमान जी मंदिर कॉरिडोर के फेज–2 के शेष कार्य शीघ्र पूर्ण हों।
किले की दीवारों की साफ-सफाई कराई जाए।
पर्यटन विभाग द्वारा दर्शनीय स्थलों के बारे में फ्लैक्स एवं प्रदर्शनी आयोजित की जाए।
7 पान्टून पुलों का निर्माण, दिशा–सूचक बोर्ड की संख्या में वृद्धि तथा विद्युत पोलों पर QR कोड का उपयोग किया जा रहा है।
मेला 2026 के आयोजन की प्रमुख तिथियाँ
शुरुआत: 03 जनवरी (पौष पूर्णिमा)
मुख्य स्नान पर्व:
मकर संक्रांति – 15 जनवरी
मौनी अमावस्या – 18 जनवरी (सबसे बड़ा स्नान)
बसंत पंचमी – 23 जनवरी
माघी पूर्णिमा – 01 फरवरी
महाशिवरात्रि – 15 फरवरी
कुल अवधि: 44 दिन
अनुमानित श्रद्धालु संख्या: 12–15 करोड़
मुख्यमंत्री का संगम व मंदिरों में पूजन–अर्चना
समीक्षा बैठक से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संगम नोज पर मां त्रिवेणी की पूजा-अर्चना व आरती की। तत्पश्चात उन्होंने लेटे हनुमान जी मंदिर में दर्शन किए और बाद में एक प्राण–प्रतिष्ठा कार्यक्रम एवं पारिवारिक मांगलिक समारोह में सम्मिलित हुए।
मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा “माघ मेला हमारी आस्था, परंपरा और सनातन संस्कृति का भव्य पर्व है। इस वर्ष मेले का दायरा और बढ़ाया गया है, और इसे दिव्यता व भव्यता के साथ आयोजित करने की तैयारियाँ युद्धस्तर पर चल रही हैं।”
माघ मेला–2026 को सुरक्षित, स्वच्छ, सुव्यवस्थित और दिव्य रूप से संपन्न कराने के लिए सभी विभाग पूरी तत्परता से कार्यरत हैं।
Anveshi India Bureau



