Saturday, December 20, 2025
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भक्ति ही नारायण के भवसागर का द्वार है: डॉ. अनिरुद्ध जी महाराज

दिव्य अध्यात्म राष्ट्र सेवा मिशन प्रयागराज एवं दिव्य श्री राधा सखी मंडल के संयुक्त तत्वावधान में मुंशी राम प्रसाद की बगिया स्थित नारायण वाटिका, मुट्ठीगंज में आयोजित श्री भक्तमाल कथा के पंचम दिवस पर प्रखर राष्ट्र चिंतक डॉ. अनिरुद्ध जी महाराज ने भक्तों को भक्ति रस का प्रवाह कराया।

डॉ. अनिरुद्ध जी महाराज ने कहा कि भक्ति ही नारायण के भवसागर का द्वार है। इसी भक्ति मार्ग पर चलकर संतों ने भगवान नारायण के दर्शन किए। उन्होंने कहा कि श्री भक्तमाल की कथा भक्ति चेतना का अमृत सागर है, जो मानव जीवन को आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करती है।

 

पंचम दिवस की कथा में भक्तराज पन्ना, श्री सेन, कबीरदास, सूरदास एवं चैतन्य महाप्रभु के भक्ति चरित्रों पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। कथा के मुख्य यजमान अजय जायसवाल रहे।

कथा में पधारे सभी अतिथियों का स्वागत मिशन के संरक्षक कुमार नारायण एवं कोषाध्यक्ष अजय जायसवाल द्वारा राधा रानी की तस्वीर भेंट कर किया गया।

इस अवसर पर ठाकुर हर नारायण सिंह ग्रुप ऑफ कॉलेज के डायरेक्टर डॉ. उदय प्रताप सिंह, अधिवक्ता उदय शंकर तिवारी, थाना प्रभारी अरुण सिंह, अभिषेक ठाकुर, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, दिनेश सिंह, व्यापारी नेता सतीश चंद्र केसरवानी, उमेश चंद्र केसरवानी, पार्षद प्रखर श्रीवास्तव एवं कुसुम लता गुप्ता सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने आरती में सहभाग किया।

कथा का संचालन राजेश केसरवानी ने किया।

कार्यक्रम में प्यारेलाल जायसवाल, शिवबाबू त्रिपाठी, अजय जायसवाल, सुशील जैन, अभिलाष केसरवानी, शत्रुघ्न जायसवाल, आयुष श्रीवास्तव, गणेश गुप्ता, अभिषेक जायसवाल, अजय अग्रहरि सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।

 

Anveshi India Bureau

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