ऑपरेशन सिंदूर से शुरू हुआ भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष शनिवार शाम थम जाने की घोषणा के चंद घंटों बाद ही टूट गया। पाकिस्तान नापाक करतूतों से बाज नहीं आया। दिल्ली में सहमति की घोषणा के चंद मिनटों बाद ही उसने सीमा पर नापाक हरकतें शुरू कर दीं। हालांकि, फिलहाल हालात सामान्य हैं। सबसे पहले सीजफायर का दावा अमेरिकी राष्ट्रपति ने किया था। इसके अगले दिन उन्होंने फिर से इसका श्रेय लेने की कोशिश की।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर का श्रेय लेने में जुट गए हैं। पहले उन्होंने बीते दिन शाम पांच बजकर 37 मिनट पर दोनों देशों के बीच सीजफायर का दावा किया। इसके बाद पाकिस्तानी विदेश मंत्री और भारत के विदेश सचिव ने इसे लेकर आधिकारिक एलान किया। हालांकि भारत ने साफ किया कि यह समझौता दोनों देशों के बीच हुआ है, इसमें किसी तीसरे पक्ष का दखल नहीं है।
ट्रंप ने ट्रूथ सोशल पर लिखा, ‘मुझे भारत और पाकिस्तान के मजबूत और अडिग नेतृत्व पर बहुत गर्व है, क्योंकि उनके पास यह जानने और समझने की शक्ति, बुद्धि और धैर्य है कि वर्तमान संघर्ष को रोकने का समय आ गया है, जो कई लोगों की मौत और विनाश का कारण बन सकता था। लाखों अच्छे और निर्दोष लोग मारे जा सकते थे! आपकी विरासत आपके बहादुर काम से बहुत बढ़ गई है। मुझे गर्व है कि अमेरिका ने आपको इस ऐतिहासिक और वीरतापूर्ण निर्णय पर पहुंचाने में मदद की। अभी चर्चा नहीं हुई है, लेकिन मैं इन दोनों महान देशों के साथ व्यापार को काफी हद तक बढ़ाने जा रहा हूं। इसके अलावा मैं आप दोनों के साथ मिलकर यह देखने के लिए काम करूंगा कि क्या हजार साल के बाद कश्मीर के संबंध में कोई समाधान निकाला जा सकता है। भगवान भारत और पाकिस्तान के नेतृत्व को अच्छी तरह से किए गए काम के लिए आशीर्वाद दें!!!’
बीते दिन ट्रंप ने किया दावा- अमेरिका ने की मध्यस्थता
बीते दिन संघर्ष विराम की पहली सूचना ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट में दी। उन्होंने कहा, ‘भारत और पाकिस्तान संघर्षविराम पर सहमत हो गए हैं।’ इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा था कि बीते 48 घंटे में उनकी पीएम नरेंद्र मोदी और शहबाज शरीफ, एस जयशंकर, पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर और दोनों देशों के एनएसए से बातचीत हुई है। इसके बाद दोनों देश संघर्षविराम और किसी तटस्थ जगह पर व्यापक बातचीत शुरू करने पर सहमत हुए। पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री व विदेश मंत्री इशाक डार ने तत्काल संघर्षविराम की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि दिनभर चली व्यस्त कूटनीति के कारण दोनों सैन्य अधिकारियों के बीच बातचीत हुई और सहमति बनी।
समझदारी से भरे फैसले की बधाई
अमेरिका की मध्यस्थता में रात में लंबी बातचीत के बाद बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत-पाकिस्तान तुरंत पूरी तरह हमले रोकने के लिए तैयार हो गए हैं। दोनों देशों को सामान्य बुद्धि, समझदारी से भरा फैसला लेने के लिए बधाई।
वादे से फिर पलटा पाकिस्तान
भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम के एलान के थोड़ी देर बाद ही जम्मू-कश्मीर में सीमापार से गोलाबारी और ड्रोन हमले फिर शुरू हो गए। श्रीनगर में कई धमाके हुए, वहीं आरएसपुरा, सांबा, ललियान और रामगढ़ में भी देर रात तक धमाके होते रहे। सीमापार से फायरिंग में आरएसपुरा क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ के उपनिरीक्षक मोहम्मद इम्तियाज बलिदान हो गए। हमले में सात अन्य जवान घायल हुए हैं। सभी सैन्य अस्पताल में भर्ती हैं। पंजाब, राजस्थान और गुजरात में भी कई धमाके हुए। रात तक 15 शहरों में ब्लैकआउट करना पड़ा।
संघर्ष विराम उल्लंघन के खिलाफ ठोस और सख्त कदम उठाने के आदेश
केंद्र सरकार ने इसे सहमति का घोर उल्लंघन करार देते हुए सेना को जवाबी कार्रवाई करने की छूट दे दी। रात 11 बजे विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इसके लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराते हुए निंदनीय करार दिया। उन्होंने कहा, पाकिस्तान स्थिति को ठीक से समझे और इसे रोकने के लिए तुरंत उचित कार्रवाई करे। सेना हालात पर कड़ी नजर रखे हुए है। उसे संघर्ष विराम उल्लंघन के खिलाफ ठोस और सख्त कदम उठाने के लिए आदेश दिए गए हैं। हालांकि, इस चेतावनी के बाद कुछ शहरों में गोलीबारी थम गई, लेकिन बारामुला, कारगिल, जम्मू, श्रीनगर, होशियारपुर, फाजिल्का, मोगा, मुक्तसर, अमृतसर, फिरोजपुर, पठानकोट, पटियाला, जोधपुर, जैसलमेर, श्रीगंगानगर व कच्छ सहित कई जिलों में ब्लैकआउट करना पड़ा।
12 मई को मध्याह्न 12 बजे फिर बातचीत करेंगे भारत-पाकिस्तान
इससे पहले भारत की शनिवार सुबह की जवाबी कार्रवाई से दबाव में आए पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) की भारतीय डीजीएमओ से फोन पर हुई बातचीत में दोनों पक्षों में शाम पांच बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह के हमले और सैन्य कार्रवाई बंद करने की सहमति बनी थी। हालांकि, भारत ने स्पष्ट किया कि आतंकवाद के प्रति उसकी दृढ़ और कठोर कार्रवाई जारी रहेगी। साथ ही, सिंधु जल संधि समझौता भी निलंबित रहेगा। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि पाकिस्तानी डीजीएमओ ने दोपहर 3:35 बजे भारतीय डीजीएमओ को फोन किया था। सहमति बनी कि भावी कदम तय करने के लिए 12 मई को मध्याह्न 12 बजे फिर बातचीत करेंगे।