Tuesday, September 16, 2025
spot_img
HomePrayagrajएकता की हास्य नाट्य प्रस्तुति l

एकता की हास्य नाट्य प्रस्तुति l

प्रयागराज। वर्मा जी की कहानी है बहुत निराली। वर्मा जी अधेड़ उम्र और एक पत्नी के होने के बाद भी बहुत ही आशिकमिजाज व्यक्ति हैं। बाज़ार हो या कोई पार्टी, महिलाओं के इर्द गिर्द मंडराना उनकी आदत में शुमार है। उनकी यह आदत एक दिन उनकी मुसीबत का कारण बन जाता है। “एकता” द्वारा विनोद सरोज लिखित और पंकज गौड़ के निर्देशन में मंचित नाटक “हमारे प्यारे वर्मा जी” में वर्मा जी की ऊल जलूल की हरकतों को बहुत ही मनोरंजक और हास्य रूप में प्रस्तुत कर दर्शकों को गुदगुदाने का प्रयास किया गया। नाटक का मंचन मंगलवार को के.पी. इण्टर कॉलेज के प्रेक्षागृह में किया गया गया।

समाज में कुछ ऐसे भी सिरफिरे लोग मौजूद हैं जिनको न तो अपनी उम्र का कोई अंदाजा होता है और न परिवार की मान मर्यादा का। वह अपनी बेतुकी हरकतों को ही अपनी शान समझते हैं। वर्मा जी नाटक का मुख्य पात्र है। नाटक की कहानी उसी के इर्द गिर्द घूमती है।वर्मा जी मध्यम वर्ग के व्यक्ति है,वह एक कंपनी में साधारण कर्मचारी है, उसकी एक पत्नी भी है।वर्मा जी को सज-धज कर पार्टियों में जाने का बहुत शौक है, लेकिन कहीं भी अपनी पत्नी को लेकर नहीं जाता था। पत्नी साथ चलने को कहती तो वह कोई न कोई बहाना कर देता।सच्चाई तो यह है कि पत्नी के साथ रहते वर्मा जी अपनी मनमानी नहीं कर पाते। महिलाओं के साथ चुहलबाज़ी और छेड़खानी करने में उनको बहुत मज़ा आता । उसकी इस प्रकार की हरकतों से कई बार लोगों ने विरोध भी किया किंतु वह अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आ रहा था।उसकी इन हरकतों से उसके दोस्त भी तंग आ चुके थे। बहुत समझाने पर भी वर्मा जी जब नहीं माना तो दोस्तों ने उसकी पत्नी के साथ मिलकर उसको सबक सिखाने की तरकीब सोची। एक दिन वर्मा जी जब तैयार होकर एक पार्टी में जाते हैं तो उनके दोस्त उनकी पत्नी को भी भेष बदलकर भेज देते है ।वर्मा जी अपनी आदत के अनुसार पार्टी में डांस करते हुए महिलाओं के बीच में घुस जाता है और एक महिला को टच कर लेता है। तभी एक झन्नाटेदार हाथ उसके गाल पर पड़ता है और वह चकरा कर गिर जाता है। यह देख कर और महिलाएं भी पीटने लगती है,वह जब सामने देखता है तो गुस्से में तमतमाई अपनी पत्नी को देख कर उसके होश उड़ जाते हैं। उसी समय उनकी इश्क मिजाजी भी गायब हो जाती है। इन सारे प्रसंगों को हास्य रूप में प्रस्तुत कर दर्शकों को खूब हंसाया गया। यह नाट्य मंचन संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से किया गया।

वर्मा जी की मुख्य भूमिका में शुभेंदु कुमार एवं कमला की भूमिका में श्रिया सिंह ने अपने अभिनय से दर्शकों को खूब गुदगुदाया। इसके अलावा गौतम त्रिपाठी , आकर्षक मिश्रा,बृजेंद्र कुमार सिंह, श्रुति अरोड़ा,आकृति एवं चाहत जायसवाल ने भी दर्शकों को बहुत प्रभावित किया। प्रकाश व्यवस्था आकाश अग्रवाल,संगीत संयोजन प्रशांत वर्मा,सेट निर्माण आदित्य सिंह ,आरिश जमील,पृथ्वी शर्मा, रूप सज्जा हामिद अंसारी , वस्त्र विन्यास राशि पांडे, राखी ,गरिमा बनर्जी ने किया। परिकल्पना एवं निर्देशन पंकज गौड़ का था। इस अवसर पर वरिष्ठ रंगकर्मी व चित्रकार अजामिल व्यास, वरिष्ठ भजन/गजल गायक मनोज गुप्ता, वरिष्ठ लोकनाट्य विद अतुल यदुवंशी सही तमाम नाट्यकर्मी उपस्थित थे। संस्था के महासचिव जमील अहमद ने संस्था का ब्यौरा प्रस्तुत किया और अतिथियों का स्वागत किया जबकि संस्था के अध्यक्ष रतन दीक्षित ने धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच संचालन मुस्कान वाधवानी ने किया।

 

Anveshi India Bureau

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments