Tuesday, March 11, 2025
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K Asif: इस निर्देशक ने 80 के दशक में खर्च किए डेढ़ करोड़ रुपये, मधुबाला की एक हंसी पर सात दिनों तक चलाई शूटिंग

K Asif: सिनेमा की दुनिया में कई निर्देशक हुए जिन्होंने एक अलग मिशाल पेश की। उन्हीं में से एक थे के. आसिफ, जिन्हें सनकी और जिद्दी डायरेक्टर कहा जाता था। फिल्म में जान डालने के लिए कलाकारों से करवाते थे जी तोड़ मेहनत। जानिए इनकी फिल्मों से जुड़ी रोचक बातें।

के. आसिफ ने अपने 49 साल के छोट से करियर में सिर्फ दो फिल्मों का निर्देशन किया और दर्शकों की नजर में छा गए। ‘मुगले-ए-आजम’ फिल्म बनाने को लेकर कई किस्से हैं। जब दिलीप कुमार ने सच में मधुबाला को जड़ दिया था थप्पड़, फिर भी चलती रही फिल्म की शूटिंग। आज निर्देशक की पुण्यतिथि पर जानेंगे इनकी फिल्म से जुड़ी कुछ खास बातें।

 

एक फिल्म बनाने में लगा दिए 14 साल

14 जून 1922 में जन्में के आसिफ, जिनका पूरा नाम करीमुद्दीन आसिफ था। इन्होंने अपने पूरे करियर में सिर्फ दो फिल्में बनाई थी, जिसमें ‘मुगल-ए-आजम’ और ‘फूल’ शामिल है। 9 मार्च 1971 को के.आसिफ ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। निर्देशक ने ‘मुगल-ए-आजम’ फिल्म को बनाने में किसी भी चीज से समझौता नहीं किया था, यही कारण रहा कि फिल्म को बनाने में निर्देशक ने 14 साल का लंबा समय ले लिया था। फिल्म को लेकर के आसिफ के अंदर एक अलग ही सनक और जूनून सवार था। इतिहास में पहली बार किसी फिल्म में असली सेना का प्रयोग किया गया था, जिसका इंतजाम भारत सरकार द्वारा किया गया था। इस सीन की शूटिंग देखने खुद तत्कालीन रक्षा मंत्री आए थे। यही नहीं असली इत्रों की खूशबू वाले तालाब के लिए किया था तीन दिन इंतजार।

 

क्यों कहा जाता था के. आसिफ को सनकी डायरेक्टर

 

दिलीप कुमार और मधुबाला अभिनीत फिल्म ‘मुगल-ए-आजम’ साल 1980 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म को बनाने में उस दौर में 1.5 करोड़ रुपये खर्च हुए थे। इस फिल्म के निर्देशक के आसिफ को शूटिंग के दौरान सभी सीन्स में परफेक्शन चाहिए था। निर्देशक थोड़ा जिद्दी स्वभाव के थे, एकबार तो मधुबाला को एक सीन में लाचारी के भाव लाने थे, लेकिन एक्ट्रेस बार-बार हंस पड़ती थी। इस वजह से के आसिफ फिल्म की शूटिंग का पैकअप करवा देत थे और यही नहीं इस सीन की शूटिंग 7 दिनों तक चली थी। एक सीन के लिए निर्देशक ने नकली मोतियों की जगह असली मोतियों के लिए किया लंबा इंतजार।

 

बिजली के खंबे के कारण कई दिनों तक रोक दी शूटिंग

 

फिल्म ‘मुगल-ए-आजम’ में निर्देशक को एक सीन में सलीम यानी दिलीप कुमार को घर जाते दिखाना था। इस सीन के दौरान मुख्य द्वार पर बिजली का खंभा था, जिसे प्रशासन ने कई दिनों तक नहीं हटाया था। इस कारण से के आसिफ ने फिल्म की शूटिंग कई दिनों तक रोक दी थी।

 

जब दिलीप कुमार ने मधुबाला को जड़ा तमाचा

 

‘मुगल-ए-आजम’ फिल्म में कई विवाद सामने आए। फिल्म की शूटिंग के दौरान ही मधुबाला और दिलीप कुमार को प्यार हो गया था। इस बात पर मधुबाला के पिता ने पुलिस केस कर दिया था, जिसके बाद दोनों में तकरार हुआ और ब्रेकअप हो गया। इस मामले के बावजूद निर्देशक ने फिल्म की शूटिंग कैंसिल नहीं की। एक सीन की शूटिंग में दिलीप कुमार को मधुबाला को थप्पड़ मारना था। हालांकि, थप्पड़ सीन की शूटिंग में सिर्फ एक्शन था, लेकिन अभिनेता ने सच में मधुबाला को जोरदार तमाचा जड़ दिया था। इस वजह से पूरे सेट पर सन्नाटा छा गया था।

एक नजर ‘मुगल-ए-आजम’ की ओर

 

के आसिफ के निर्देशन में बनी फिल्म ‘मुगल-ए-आजम’ के संवाद और दृश्यों ने खूब सूर्खियां बटोरी थी। इस फिल्म ने तीन कैटेगरी में फिल्म फेयर अवार्ड हासिल किए थे। उस दौर में फिल्म ने 11 करोड़ रुपये कमाए थे, जो आज के समय में रिकार्ड है।

 

 

 

 

Courtsy amarujala.

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