Saturday, October 19, 2024
spot_img
HomePrayagrajमालगाड़ी के एक वैगन में भरा था कोयला: सभी वैगनों की होती...

मालगाड़ी के एक वैगन में भरा था कोयला: सभी वैगनों की होती जांच तो न होता हादसा, कमेटी ने सौंपी DRM को रिपोर्ट

प्रयागराज जंक्शन के यार्ड में एक मालगाड़ी के तीन वैगन पटरी से उतर जाने के मामले में रेलवे की छह सदस्यीय जे ग्रेड कमेटी ने डीआरएम को रिपोर्ट सौंप दी है। एटा स्थित पावर प्लांट में अगर सभी वैगनों हो जाती जांच तो हादसा न होता। मालगाड़ी के एक वैगन में कोयला भरा होने की वजह से ही हादसा हुआ।

जिस बात की आंशका जताई जा रही थी, वही बात रिपोर्ट रेलवे की छह सदस्यीय जे ग्रेड कमेटी की जांच में भी निकली। पिछले बुधवार को प्रयागराज जंक्शन के यार्ड में एक मालगाड़ी के तीन वैगन पटरी से उतर जाने के मामले में जो जांच रिपोर्ट आई है उसमें बताया गया है कि 18 वें वैगन के एक हिस्से में कोयला भरा था और दूसरी साइड खाली थी।

इसी वजह से जंक्शन के यार्ड में मोड़ वाले स्थान पर मालगाड़ी का वैगन एक साइड झुक गया और नतीजा यह रहा कि उसके तीन वैगन पटरी से उतर गए। रेलवे की जे ग्रेड कमेटी की रिपोर्ट मिलने के बाद डीआरएम प्रयागराज हिमांशु बडोनी ने मालगाड़ी एटा के जिस पावर प्लांट में खाली की गई वहां के प्रबंधन से लापरवाही बरतने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई को लिखा है।

पिछले सप्ताह बुधवार 26 जून को हुए हादसे के बाद ही रेलवे प्रशासन ने मालगाड़ी हादसे की जांच के लिए सबसे पहले सात सदस्यीय सुपरवाइजरों की कमेटी गठित की। सुपरवाइजरों की रिपोर्ट में ही बता दिया गया था कि 59 वैगन की मालगाड़ी के सभी वैगन खाली थे, लेकिन 18वें वैगन के नार्थ साइड की तरफ तीन मीटर तक लंबाई में एवं 50 सेमी की ऊंचाई तक कोयला भरा पाया गया, जबकि दक्षिणी साइड में वह खाली था। ऐसे में वह वैगन जंक्शन के यार्ड में रेलवे लाइन के मोड़ पर एक साइड झुक गया।मालगाड़ी का टर्न आउट पर मूवमेंट होने से असमान अनलोडिंग के कारण वह पटरी से उतर गई। इस घटना से चार घंटे तक दिल्ली-हावड़ा रूट पर प्रयागराज के आसपास रेल संचालन बाधित रहा।

उधर रेलवे ने छह सदस्यीय जे ग्रेड (जूनियर एडमिनेस्ट्रेशन) कमेटी का गठन किया। इसमें शामिल सीनियर डीएसटीई कामर्शियल, सीनियर डीईई आपरेटिंग, सीनियर डीसीएम फाइनेंस, सीनियर डीएमई सीएंडडब्ल्यू, सीनियर डीएसओ व सीनियर डीईएन-टू ने भी अपनी जांच में पाया कि एक वैगन में एक तरफ कोयला भरा होने की वजह से ही वह पटरी से उतरी। जे ग्रेड अफसरों की रिपोर्ट मिलने के बाद डीआरएम हिमांशु बडोनी ने एटा स्थित राज्य सरकार के पावर प्लांट को उस रिपोर्ट की प्रति भेजी है। उन्होंने पूछा है कि मालगाड़ी अनलोडिंग के बाद वहां सारे वैगनों की जांच ठीक से क्यों नहीं की गई। अगर सारे वैगनों को देखा जाता तो शायद पिछले सप्ताह जो रेल हादसा प्रयागराज जंक्शन के यार्ड में हुआ वह न होता।

पावर प्लांट साइट में बनाए जाएं वॉच टॉवर, सीसीटीवी से भी हो मॉनिटरिंग

जे ग्रेड कमेटी की रिपोर्ट मिलने के बाद डीआरएम प्रयागराज हिमांशु बडोनी ने एटा स्थित राज्य सरकार के पावर प्लांट प्रबंधन को पत्र लिखकर कहा है कि वहां वॉच टॉवर बनाए जाएं। ताकि अगर किसी मालगाड़ी में कोयला है तो उसे वॉच टॉवर से ही देख लिया जाए। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरा लगाने का भी सुझाव अनलोडिंग और लोडिंग वाले एरिया में लगाने का दिया है। डीआरएम ने बताया कि अगर कोई मालगाड़ी खाली की जाती है तो संबंधित पावर प्लांट की ओर से इसका सर्टिफिकेट भी जारी किया जाता है। 26 जून को जंक्शन के यार्ड में जिस मालगाड़ी का डिरेलमेंट हुआ उसे खाली करने का पावर प्लांट प्रबंधन की ओर से सर्टिफिकेट जारी किया गया था। आखिर यह चूक कैसे हुई।

जे ग्रेड कमेटी की जांच रिपोर्ट मिल गई है। रेलवे के स्तर से कहीं कोई लापरवाही नहीं बरती गई। चूक एटा स्थित पावर प्लांट से हुई। पावर प्लांट राज्य सरकार के अधीन है। ऐसे में कार्रवाई अब वहीं के स्थानीय प्रबंधन द्वारा की जानी है।- हिमांशु बडोनी, डीआरएम प्रयागराज।

 

Courtsy amarujala.com

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments