शारदीय नवरात्र महोत्सव मेला के चतुर्थ दिवस के अवसर पर महाशक्ति पीठ मां कल्याणी देवी के धाम में प्रातः 5:00 बजे माता कल्याणी का मां कूष्मांडा के स्वरूप का श्रंगार कर मंगला आरती किया गया तत्पश्चात विधि के अनुसार माता कूष्मांडा का अभिषेक किया गया और शाम 6:00 बजे माता कूष्मांडा के स्वरूप का रात्रि श्रृंगार का दर्शन को भक्तों के लिए मंदिर का कपाट खोला गया।
माता के दिव्य श्रृंगार का दर्शन कर जय माता का जयकारा लगाते हुए भक्तों ने माता को नारियल चुनरी और प्रसाद मां के चरणों में अर्पित किया।
मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित सुशील कुमार पाठक बताया कि नवरात्रि के चतुर्थ दिवस पर आज का दिन मां कूष्मांडा को समर्पित किया गया है। यह मां दुर्गा का चौथा स्वरूप है, जिसकी पूजा से भक्तों को रोग शोक और पापों से मुक्ति मिलती है और उसके जीवन में सुख समृद्धि का संचार होता है और कहा कि आज माता कल्याणी ने अष्टभुजी कूष्मांडा माता के स्वरूप में सिंह पर सवार होकर अपने हाथों की आठों भुजाओं में अनेक अस्त्र शस्त्र से सुशोभित होकर अष्टभुजी रूप में भक्तों को दर्शन दिए और मां का श्रृंगार स्वर्ण एवं रजत के आभूषणों के साथ बेला गुलाब और मां का गर्भ गृह का श्रृंगार गुलाब और गेंदा फूल से किया गया और सायं काल की महाआरती शाम 6:00 बजे और रात्रि काल की 1:00 बजे किया गया।
इसके अलावा मंदिर प्रांगण में चल रहे हैं भक्तों शतचंडी महायज्ञ का पूजन अर्चन हवन कर यज्ञ की परिक्रमा कर मन्नतें मांगी और अपने बच्चों का मुंडन कराया।
मीडिया प्रभारी राजेश केसरवानी ने बताया कि 7 अक्टूबर को नवरात्रि के पंचमी दिवस पर माता कल्याणी का श्रृंगार भगवती स्कंद माता के स्वरूप में किया जाएगा जिसमें मां शेर पर सवार होकर अपने चतुर्भुजी स्वरूप में भक्तों को दर्शन देंगी।
Anveshi India Bureau