Thursday, November 14, 2024
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महाकुम्भ-2025 को लेकर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में शीर्ष समिति की 15वीं बैठक सम्पन्न

प्रयागराज महाकुम्भ मेला-2025 को भव्य, दिव्य, सुरक्षित, सुगम, सुव्यवस्थित, स्वच्छ व डिजिटल कुम्भ के रूप में आयोजित किए जाने के दृष्टिगत मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में शीर्ष समिति की 15वीं बैठक मंगलवार को प्रयागराज मेला प्राधिकरण स्थित आईसीसीसी सभागार में आयोजित हुई। बैठक में कुम्भ मेलाधिकारी के द्वारा महाकुम्भ के दृष्टिगत कार्यदायी संस्थाओं के द्वारा कराये जा रहे कार्यों की प्रगति की अद्यतन स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी।

बैठक में मुख्य सचिव ने महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत कराये जा रहे निर्माणाधीन कार्यों की वीडियो क्लिप देखकर अद्यतन स्थिति का आंकलन किया और कार्यों की लागत, प्रगति की विस्तार से समीक्षा करते हुए सभी कार्यों को गुणवत्ता के साथ 30 नवम्बर तथा क्रिटिकल प्रोजेक्टों को, जो कि पर्ट चार्ट के अनुसार पीछे चल रहे है, उन्हें 15 दिसम्बर तक अवश्य पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने कुछ कार्य जिन्हें 15 दिसम्बर तक पूर्ण किया जाना सम्भव नहीं है, उन्हें 30 दिसम्बर तक अनिवार्य रूप से पूर्ण करने के निर्देश दिए है। उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि कार्य की गुणवत्ता निर्धारित मानक के अनुरूप सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कार्यों की थर्ड पार्टी जांच एजेंसियों के माध्यम से नियमित अंतराल पर जांच कराते हुए कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने निर्देश दिए है। कहा कि कार्य की गुणवत्ता में कमी पाये जाने पर सम्बंधित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी।

मुख्य सचिव ने महाकुम्भ-2025 को स्वच्छ कुम्भ, सुरक्षित कुम्भ के साथ-साथ डिजिटल कुम्भ के रूप में आयोजित किए जाने हेतु आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए है। महाकुम्भ को प्लास्टिक मुक्त बनाये रखने के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के साथ-साथ अखाड़े, भण्डारा स्थल, फूड जोन वाले स्थलों पर इको फ्रेण्डली दोना-पत्तल व बर्तन की व्यवस्था एवं वहां की नियमित साफ-सफाई हेतु खास सफाई-दस्ता नियुक्त करने करने के लिए कहा है। उन्होंने मेला क्षेत्र में सॉलिड वेस्ट के निस्तारण के लिए मेला क्षेत्र में रखी जाने वाली प्रत्येक डस्टबिन पर एक स्वच्छताग्रही को टैग करने तथा सम्बंधित स्वच्छताग्रही को कूड़ा गाड़ी से टैग किए जाने के लिए कहा है, जिससे डस्टबिन के ओवरफ्लो होने से पहले ही उसका निस्तारण हो सके। मुख्य सचिव ने शहर के पब्लिक शौचालयों व मेला क्षेत्र में बनने वाले शौचालयों की साफ-सफाई की व्यवस्था सुबह-शाम कराने एवं उसकी नियमित रूप से मानीटरिंग करने के लिए आवश्यक व्यवस्था एवं शहर में बने हुए सार्वजनिक शौचालयों की साफ-सफाई के साथ-साथ उनकी पेंटिंग कराये जाने के लिए कहा है। उन्होंने सुरक्षा के दृष्टिगत हर प्रकार की व्यवस्था करने के साथ साइबर सिक्योरिटी व डिजिटल सिक्योरिटी को और बेहतर तरीके से इनफोर्स करने के लिए आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के लिए कहा है।

मुख्य सचिव ने कहा कि विगत कुम्भ-2019 के सापेक्ष मेला क्षेत्र के विस्तार व अत्यधिक संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन के दृष्टिगत महाकुम्भ-2025 में और बेहतर व्यवस्थायें किए जाने के लिए कहा है। उन्होंने एयरपोर्ट पर लो-विजिबिलिटी की स्थिति में जहाजों की लैण्डिंग हेतु जरूरी इक्यूपमेंट लगवाये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा है। मुख्य सचिव ने गंगा नदी पर बनाये जा रहे सिक्स लेन ब्रिज की कनेक्टिंग स्टील ब्रिज के कार्य को समय से पूर्ण किए जाने के लिए कहा है। उन्होंने रायबरेली-प्रयागराज तक निर्माणाधीन फोरलेन सड़क के कार्य की प्रगति की समीक्षा करते हुए इसे 15 दिसम्बर तक अनिवार्य रूप से पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए है।

मुख्य सचिव ने घाटों के निर्माण की प्रगति की समीक्षा करते हुए सभी घाटों के निर्माण कार्य को शीघ्रता से पूर्ण कराये जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने घाटों के किनारे इकट्ठा हुई काली मिट्टी को साफ कराये जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने रिवर चैनलाइजेशन व सिल्ट डिपोजीशन के कार्य को समय से पूर्ण कराये जाने के लिए कहा है। मुख्य सचिव ने नगर निगम के कार्यों की समीक्षा करते हुए बसवॉर प्लांट व शिवालय पार्क का कार्य समय से पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने सीएनडीएस के कार्यों की समीक्षा करते हुए थिमेटिक गेटों एवं स्तम्भों के निर्माण कार्य को समय से पूर्ण कराये जाने का निर्देश दिया है।

मुख्य सचिव ने मेला क्षेत्र में आग लगने की घटनाओं को रोकने के लिए फूलपुु्रुफ व्यवस्था बनाये जाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में विद्युत, अलाव व गैस सिलेण्डर से आग लगने की घटनाएं होती है, इसको रोकने व आग पर तत्काल काबू पाये जाने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करा ली जाये। उन्होंने पार्किंग स्थलों पर सफाई, प्रकाश, शौचालय, सीसीटीवी सहित प्रत्येक पार्किंग स्थल पर वाहनों की एआई बेस्ड गणना की व्यवस्था कराये जाने के लिए कहा है। मुख्य सचिव ने ओवर ब्रिजों, आरओबी व मुख्य स्थानों पर स्थित भवनों पर प्रसिद्ध आर्टिस्टों के द्वारा पेंटिंग करवाये जाने के लिए कहा है।

मुख्य सचिव ने महाकुम्भ-2025 हेतु वित्तीय वर्ष 2024-25 में लोक निर्माण विभाग की 2 परियोजनाओं हेतु 442.12 लाख, नगर निगम की 1 परियोजना हेतु 183.99 लाख, प्रयागराज मेला प्राधिकरण की 1 परियोजना हेतु 235.81 लाख, सीएनडीएस की 2 परियोजना हेतु 581.00 लाख, पर्यटन विभाग की 1 परियोजना हेतु 351.00 लाख, उत्तर प्रदेश जल निगम नगरीय की 1 परियोजना हेतु 241.56 लाख, सूचना विभाग की 1 परियोजना हेतु 1000.00 लाख तथा राज्य सड़क परिवहन निगम की 1 परियोजना हेतु 114.00 लाख रूपये की इस तरह से कुल 8 कार्यदायी विभागों की 3149.48 लाख रूपये की कुल 10 परियोजनाओं को स्वीकृति दी है।

मुख्य सचिव ने लोक निर्माण विभाग व प्रयागराज विकास प्राधिकरण के द्वारा बनाये जा रहे सड़कों की चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि सड़क बनने के बाद सड़क की राइडिंग क्वालिटी की जांच अवश्य करायी जाये तथा सड़क के मध्य में बनाये गये सीवर लाइन के मेनहोलो को सड़क के लेबल में ही बनाया जाये। उन्होंने शहर व मेला क्षेत्र में स्थानों को चिन्हित करते हुए मल्टीलैंग्वेज व डिजिटल साइनेज लगवाये जाने के लिए कहा है। उन्होंने नए टेण्टेज मैटेरियल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कहा है।

मुख्य सचिव ने महाकुम्भ के लिए वित्तीय योजना की समीक्षा करते हुए महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत कराये जा रहे कार्यों की लागत और उनकी भौतिक प्रगति व महाकुम्भ-2025 की समाप्ति के पश्चात किन उपकरणों को अन्य जनपदों के स्थानीय निकायों को हस्तांतरित किया जायेगा, के बारे में कुम्भ मेलाधिकारी से जानकारी ली।
पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार जी ने कहा कि महाकुम्भ के आयोजन के अवसर पर पृथ्वी पर सबसे बड़ा मानव समागम होता है। महाकुम्भ-2025 में लगभग 40 करोड़ से अधिक लोगो के आने का अनुमान है। इसी के अनुरूप सभी आवश्यक व्यवस्थायें की जानी है। इसके लिए आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस व अन्य अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का समावेश करने के साथ अतिरिक्त पुलिस फोर्स, मैनपॉवर, एण्टी ड्रोन सिस्टम लगाये जाने के लिए कहा है। उन्होंने आकाश से, पृथ्वी से, सीसीटीवी व ड्रोन के माध्यम से कड़ी निगरानी रखे जाने के लिए कहा है। उन्होंने यातायात प्रबंधन, भीड़ प्रबंधन, वायुयान, रेलवे आवागमन मार्ग, इंटर्नल व एक्सटर्नल मूवमेंट प्लान व सुरक्षा नीति के बारे में विस्तार से समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

इस अवसर पर प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात, प्रमुख सचिव श्रम सेवायोजन एवं भूतत्व पर्यावरण अनिल कुमार तृतीय, प्रमुख सचिव नमामि गंगे अनुराग श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन राजस्व व खाद्य सुरक्षा औषधि प्रशासन पी0 गुरू प्रसाद, एडीजी जोन भानु भाष्कर, मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत सहित सभी सम्बंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहें।

 

 

Anveshi India Bureau

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