महाकुंभ नगर। महाकुंभ में दुनिया भर के 17 देशों के विदेशी श्रद्धालु त्रिवेणी के तट पर कल्पवास करेंगे। गंगा स्नान के साथ उनकी दिनचर्या शुरू होगी। वह न केवल ध्यान लगाएंगे, बल्कि यज्ञ, हवन, योगा, ध्यान, गंगा आरती और सुबह-शाम कथा में भी शामिल होंगे।
महाकुंभ नगर। महाकुंभ में दुनिया भर के 17 देशों के विदेशी श्रद्धालु त्रिवेणी के तट पर कल्पवास करेंगे। गंगा स्नान के साथ उनकी दिनचर्या शुरू होगी। वह न केवल ध्यान लगाएंगे, बल्कि यज्ञ, हवन, योगा, ध्यान, गंगा आरती और सुबह-शाम कथा में भी शामिल होंगे। सनातन को ठीक से जानने, समझने के लिए गंगा तट पर धुनी जमाएंगे।
गंगा के तट पर परमार्थ निकेतन के शिविर में 52 वीआईपी कमरे, 48 टेंट लगाएं गए हैं। यहां कमरे की ऑनलाइन बुकिंग अमेरिका, लंदन, स्पेन, कनाडा, फ्रांस, पुर्तगाल समेत कई देशों के करीब 200 से अधिक विदेशियों ने की है। उनका आना भी शुरू हो गया है। वह परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद सरस्वती के साथ ही मुरारी बापू, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से रूबरू होंगे। 20 फरवरी तक महाकुंभ में इनका प्रवास होगा।
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