Tuesday, July 8, 2025
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MahaKumbh: ‘ऐसे निष्पापी व्यक्ति का…’, सांसद आजाद के पापी वाले बयान पर अविमुक्तेश्वरानंद महाराज का पलटवार

सांसद चंद्रशेखर आजाद के बयान पर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने एएनआई से बातचीत में कहा कि वो पुण्यात्मा होंगे। पुण्यात्मा हो तो अच्छी बात है, हमें क्या बाधा है?

महाकुंभ 2025 को लेकर सांसद और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद के विवादित बयान पर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने प्रतिक्रिया दी है। जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि “तो उनका मतलब है कि महाकुंभ में केवल पापी ही आते हैं? क्या वे महाकुंभ में आए हैं? यदि वो पूर्ण निष्पाप हैं तो ऐसी पुण्यात्मा का तो दर्शन करना ही चाहिए। उनसे अनुरोध है कि वो दर्शन दें।

जगद्गुरु शंकराचार्य ने कहा कि हम अपनी आस्था की वजह से यहां आए हैं। हम बहुत खुश हैं। इससे किसी को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। आपको बता दें कि आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर ने अपने एक बयान में कहा था कि महाकुंभ में वही लोग जाएंगे जिन्होंने पाप किए हैं। कुंभ मेले में लोग पाप धोने जाएंगे।

शनिवार को चंद्रशेखर आजाद के बयान पर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने एएनआई से बातचीत में कहा कि ‘ऐसा कहने के पीछे उनका क्या उद्देश्य है? कि जो यहां जो लोग आए हुए हैं वो पापी लोग हैं? और जो नहीं आया वो पुण्यात्मा है? यही तात्पर्य है। तो ये जो परिभाषा है, ये विचार की चीज है।

‘पुण्यात्मा हो तो अच्छी बात है, हमें क्या बाधा है?’
उन्होंने आगे कहा कि इसका मतलब है कि कुंभ में जो आया वो पापी, जो कुंभ में नहीं आया पुण्यात्मा है? उन्होंने पूछा कि क्या वो कुंभ में आए हैं? वो नहीं आए हैं, यहां आकर वक्तव्य दिया है या उन्होंने अपनी जगह पर रहकर वक्तव्य दिया है तो ठीक है, वो पुण्यात्मा होंगे। पुण्यात्मा हो तो अच्छी बात है, हमें क्या बाधा है?

जगद्गुरु शंकराचार्य ने आगे कहा कि हम लोग यहां आए हैं तो निश्चित रूप से जाने-अंजाने कोई दोष-पाप होता है तो उसका निवारण महाकुंभ में होता है, ऐसी हमारी श्रद्धा है और ऐसा हमारे शास्त्रों का उल्लेख है। तो हम आए हैं यहां पर… अपनी भक्ति भगवती गंगा, यमुना, त्रिवेणी को समर्पित कर रहे हैं।

जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि अगर हमारे कोई पाप हैं वो नष्ट हो जाएं इसका अगर उद्योग हम कर रहे हैं इसमें किसी को कोई बाधा नहीं होनी चाहिए। जो लोग ये मान रहे हैं कि उन्होंने तो कोई पाप किया ही नहीं, वो निष्पाप हैं, तो ऐसे निष्पापी व्यक्ति का तो हम लोग भी दर्शन करना चाहेंगे। अनुरोध है कि रावण जी हम लोगों को दर्शन दें।

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने आगे कहा कि आज ऐसा कोई दावा करने वाला व्यक्ति उत्पन्न हो गया कि मैं निष्पाप हूं पूर्ण रूप से। यह कितनी बड़ी बात है। उनके बारे में तो शोध होना चाहिए। उनके बारे में तो विशेष चर्चा की जानी चाहिए।
Courtsyamarujala.com
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