प्रयागराज में संगम तट पर प्राचीन किले में स्थित अक्षयवट काॅरिडोर का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। सिविल वर्क के बाद अब साज-सज्जा का कार्य भी शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास से ही छह साल पहले अक्षयवट के द्वार आमजन के लिए खुले थे, जबकि इससे पहले यह सेना के कब्जे में था।
प्रधानमंत्री के आगमन से पहले अयोध्या की तर्ज पर बड़े हनुमान मंदिर और अक्षयवट कॉरिडोर का शृंगार किया जा रहा है। फ्लावर डेकोरेशन के लिए बंगलुरू और कोलकाता से 21 तरह के फूल मंगाए गए हैं। साज सज्जा के लिए उसी एजेंसी को जिम्मेदारी साैंपी गई है, जिसने रामंदिर निर्माण के बाद अयोध्या का शृंगार किया था। खास बात यह है कि प्रधानमंत्री के प्रयास से ही 2019 में अक्षयवट धाम का द्वार आम श्रद्धालुओं के लिए खोला गया था।
प्रयागराज में संगम तट पर प्राचीन किले में स्थित अक्षयवट काॅरिडोर का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। सिविल वर्क के बाद अब साज-सज्जा का कार्य भी शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास से ही छह साल पहले अक्षयवट के द्वार आमजन के लिए खुले थे, जबकि इससे पहले यह सेना के कब्जे में था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश के बाद न सिर्फ यह आम श्रद्धालुओं के लिए खोला गया बल्कि राज्य सरकार की ओर से काॅरिडोर बनाने का भी निर्णय लिया गया।
