कड़ाके की ठंड के बीच संगम की रेती पर साधु-संतों की सियासत गरमाने लगी है। बुधवार को सनातन धर्म की रक्षा के लिए सनातन बोर्ड के प्रारूप पर मंथन शुरू हो गया। इस बोर्ड में देश के सभी मठ-मंदिरों की सुरक्षा का प्रस्ताव तय किया जा रहा है।
कड़ाके की ठंड के बीच संगम की रेती पर साधु-संतों की सियासत गरमाने लगी है। बुधवार को सनातन धर्म की रक्षा के लिए सनातन बोर्ड के प्रारूप पर मंथन शुरू हो गया। इस बोर्ड में देश के सभी मठ-मंदिरों की सुरक्षा का प्रस्ताव तय किया जा रहा है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने बोर्ड के स्वरूप पर साधु-संतों के साथ प्रारूप पर चर्चा की।
जूना अखाड़े के संरक्षक और अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि ने कहा कि अयोध्या की तर्ज पर सनातन बोर्ड हासिल करके ही साधु-संत दम लेंगे। इसी के साथ बोर्ड के गठन को लेकर तासीर बढ़ने लगी है। चिंतन बैठक में साधु-संतों ने सुझाव दिया कि अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर निर्माण के लिए राम जन्मभूमि आंदोलन जिस तरह अशोक सिंघल ने प्रारंभ किया था।
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