Mahakumbh 2025: निर्वाणी अखाड़े में साधुओं के चार विभाग हैं। तीन साल की सेवा के बाद मुरेटिया की पदवी मिलती है। वैष्णव संप्रदाय के तीन अखाड़ों में निर्वाणी अनि अखाड़ा प्रमुख है।
वैष्णव संप्रदाय के तीन अखाड़ों में निर्वाणी अनि अखाड़ा संस्कृति-भक्ति की रक्षा के केंद्र के रूप में सबसे शक्तिशाली माना जाता रहा है। चाहें संतों की सुरक्षा का मसला रहा हो या फिर हिंदू देवी-देवताओं के मठ-मंदिरों के संरक्षण का, निर्वाणी अनि अखाड़ा हमेशा सनातन संस्कृति की आवाज के रूप में सुर्खियों में रहा है।
यह पहला अखाड़ा है, जहां साधु चार विभागों में काम करते हैं। अयोध्या में हनुमानगढ़ी पर अधिकार होने की वजह से यह सबसे ताकतवर अखाड़ा माना जाता है। इसके श्रीमहंत धर्मदास राम मंदिर मामले में पक्षकार रहे हैं।