यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2024 ने उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास और वैश्विक व्यापार को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाते हुए ऐतिहासिक सफलता हासिल की है। इस आयोजन ने प्रदेश को वैश्विक व्यापार केंद्र के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। एमएसएमई, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग मंत्री राकेश सचान ने इस उपलब्धि को साझा करते हुए बताया कि इस बार ट्रेड शो में 4,25,268 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 48.91 प्रतिशत अधिक है। यह वृद्धि उत्तर प्रदेश के उद्योगों की बढ़ती क्षमता और व्यापारिक अवसरों की पुष्टि करती है।
प्रेस वार्ता के दौरान मंत्री राकेश सचान ने बताया कि इस बार B2B (बिजनेस टू बिजनेस) और B2C (बिजनेस टू कस्टमर) क्षेत्रों में भी जबरदस्त उछाल देखा गया। इसमें 1,03,688 बिजनेस टू बिजनेस प्रतिभागियों और 3,21,580 बिजनेस टू कस्टमर प्रतिभागियों ने भाग लिया, जो क्रमशः 42.84 प्रतिशत और 50.98 प्रतिशत की वृद्धि है। यह औद्योगिक विकास और राज्य की आर्थिक प्रगति के लिए सकारात्मक संकेत है।
मंत्री सचान ने कहा कि इस साल के आयोजन में 2,500 से अधिक प्रदर्शकों ने अपने उत्पाद और सेवाओं का प्रदर्शन किया, जबकि पिछले वर्ष यह संख्या 2,000 थी। इस आयोजन में 70 से अधिक देशों के 500 से अधिक विदेशी खरीदारों ने भी हिस्सा लिया, जिससे राज्य के अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने में मदद मिली। खासतौर से वियतनाम जैसे देशों ने उत्तर प्रदेश के साथ व्यापारिक संबंधों को प्रगाढ़ किया है।
यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2024 के दौरान 10,000 करोड़ रुपये से अधिक की व्यावसायिक पूछताछ और लीड्स उत्पन्न हुई हैं, जो राज्य की आर्थिक प्रगति के लिए मील का पत्थर साबित हो रही है। राकेश सचान ने बताया कि इस आयोजन ने प्रदेश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने का अवसर दिया है, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को नई गति मिली है।
यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2024 में केवल स्थापित उद्योग ही नहीं, बल्कि विभिन्न श्रेणियों के नए उद्योगों को भी शामिल किया गया है। इस बार रक्षा निर्माण, ई-कॉमर्स, चीनी मिलों और वन उत्पादों जैसे क्षेत्रों की भी भागीदारी सुनिश्चित की गई है। इससे प्रदेश के औद्योगिक और व्यापारिक दायरे का विस्तार हुआ है, जो राज्य के आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित हो रहा है।
ट्रेड शो की सफलता से उत्साहित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में मंडल स्तर पर भी इस तरह के ट्रेड शो आयोजित करने की योजना बनाई है। 5 मंडलों ग्रेटर नोएडा, वाराणसी, लखनऊ, बरेली, और आगरा में इन शो के आयोजन की तैयारी की जा रही है। इन आयोजनों के लिए प्रत्येक मंडल में एक एग्जीबिशन सेंटर की स्थापना पर काम किया जा रहा है, ताकि स्थानीय उद्योगों और कारीगरों को एक बड़ा मंच प्रदान किया जा सके।
मंत्री सचान ने बताया कि इंटरनेशनल ट्रेड शो में प्रदर्शित उत्पादों को विदेशी खरीदारों ने काफी सराहा। जूट से बने थैलों को 5 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला, जबकि वाराणसी की प्रसिद्ध गुलाबी मीनाकारी को भी 5 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला। यह उत्तर प्रदेश के हस्तशिल्प और कारीगरों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, जो राज्य की अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने के मुख्यमंत्री के लक्ष्य को पूरा करने में मदद करेगा।
वियतनाम पहली बार पार्टनर कंट्री के रूप में जुड़ा और वह टूरिज्म और टेक्सटाइल क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश के साथ व्यापारिक संबंधों को बढ़ाने के लिए उत्सुक है। बुद्धिस्ट सर्किट के तहत वियतनाम का यूपी के पर्यटन क्षेत्र में बड़ा निवेश करने की योजना है।
उत्तर प्रदेश के लिए अब आक्रामक मार्केटिंग की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राज्य को केवल आंतरिक बाजारों पर ही नहीं, बल्कि बाहरी बाजारों पर भी ध्यान देना चाहिए, जहां प्रदेश के उत्पादों की बड़ी मांग हो सकती है। मंडल स्तर पर आयोजित होने वाले ट्रेड शो से इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाया जाएगा, जिससे राज्य की आर्थिक स्थिति और भी मजबूत होगी।
मंत्री राकेश सचान ने अंत में कहा कि सरकार द्वारा किए गए संयुक्त प्रयासों और इस प्रकार के आयोजनों से प्रदेश की औद्योगिक गतिविधियों में तेजी आएगी। इससे रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे और राज्य की आर्थिक स्थिति और भी सुदृढ़ होगी। यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो जैसे आयोजनों ने उत्तर प्रदेश को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर एक नए व्यापारिक केंद्र के रूप में स्थापित कर दिया है, जिससे प्रदेश की आर्थिक विकास दर में निरंतर वृद्धि हो रही है।
Anveshi India Bureau