बुनियाद फाउंडेशन की ओर से रविवार 9 मार्च को सआदत हसन मंटो की कहानी पर आधारित नाटक मंजूर का मंचन प्रयागराज के सोहबतियाबाग़ स्थित शर्मन एरा संगीत संस्थान के सभागार में हुआ।नाटक का निर्देशन किया असगर अली ने वहीं इसका सहायक निर्देशन किया महिला रंगकर्मी रुचि गुप्ता ने।मंटो द्वारा लिखित यह कहानी उम्मीद और मायूसी के विषय पर दो मरीजों को केंद्रित करके लिखी गई है,जिसकी शुरुआत होती है अस्पताल से जहां दो मरीज मंजूर और अख्तर भरती रहते हैं।मंजूर एक 14 साल का लड़का है जिसका निचला धड़ फ़ालिज के कारण अपंग हो गया था फिर भी वह हसता और खिलखिलाता रहता है जैसे उसे कुछ हुआ ही नहीं,वहीं दूसरी ओर अख्तर जिसे कई बार दिल के दौरे पड़ चुके हैं और उसके जिंदा रहने की उम्मीद लगभग कम है पर मंजूर की खुशी और मुस्कुराहट को देखते हुए उसे जीने की उम्मीद हो जाती है और वह सही हो जाता है।परंतु अंत में मंजूर को पता चलता है वो कभी ठीक नही हो पायेगा तो वह मायूस हो जाता है और अचानक उसकी मृत्यु हो जाती है। इस बात से अख्तर को गहरा सदमा लगता है।कहानी यह दर्शाती है कि अगर उम्मीद पैदा हो जाए तो मरता हुआ व्यक्ति भी बच सकता है वही एक मायूसी जिंदा व्यक्ति को भी मौत के मूँह में ढकेल सकती है।नाटक में अभिनय किया प्रियांशु अमन,वैभव त्रिपाठी,अमरनाथ,अनिल कुमार,ममता,शिवम आदि ने वही संगीत संचालन रुचि गुप्ता वस्त्र खुशबू गुप्ता मंच व्यवस्था आसिफ अली प्रस्तुति नियंत्रक अमरनाथ श्रीवास्तव रहे सहयोग रहा शर्मन एरा म्यूज़िक इंस्टिट्यूट का।
Anveshi India Bureau