उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज और उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद, प्रयागराज (यूपी बोर्ड) के बीच शुक्रवार को शैक्षिक सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन एमओयू पर आज हस्ताक्षर किए गए। समझौता ज्ञापन के उपरांत दोनों संस्थानों के बीच शैक्षिक सहयोग बढ़ेगा, जिससे छात्रों को बेहतर शिक्षा और प्रशिक्षण मिलेगा।
इस समझौता ज्ञापन के तहत मुक्त विश्वविद्यालय ऐसे पाठ्यक्रम विकसित करेगा जो प्रतिवर्ष यूपी बोर्ड से इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले लाखों छात्रों की जरूरतों को पूरा करेंगे। विवि के कुलपति प्रो सत्यकाम ने बताया कि इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद छात्रों को रोजगार के क्षेत्र में मुक्त विवि नई दिशा प्रदान करेगा। उन्होंने बताया कि मुक्त विश्वविद्यालय इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण कर आने वाले छात्रों को विषय के चयन तथा कौशल विकास के क्षेत्र में भी पारंगत करेगा। यह कार्य मुक्त विश्वविद्यालय अपने सभी 12 क्षेत्रीय केन्द्रों एवं प्रदेश में स्थापित समस्त अध्ययन केन्द्रों के सहयोग से करेगा। जहां यूपी बोर्ड से 12 वीं की परीक्षा पास करने वाले छात्रों को उनकी रुचि के अनुसार विषयों के चयन की काउंसलिंग की जाएगी जिससे वह अपने कैरियर का उन्नयन कर सकेंगे तथा रोजगार की संभावनाएं तलाशने में उन्हें दिग्भ्रमित नहीं होना पड़ेगा। यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने कहा कि दोनों संस्थाओं के बीच एमओयू का उद्देश्य छात्रों के बीच शैक्षिक एवं व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा देकर पारस्परिक सहयोग, शैक्षणिक सहभागिता तथा सांस्कृतिक संपर्क को बढ़ाना है। बोर्ड सचिव श्री सिंह ने कहा कि इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों की विस्तृत जानकारी मुक्त विवि के साथ साझा की जाएगी जिससे नए विषयों, नए कार्यक्रमों, कैरियर में उन्नति तथा प्रवेश पूर्व परामर्श कार्यक्रम की जानकारी ईमेल तथा एसएमएस आदि के माध्यम से विद्यार्थियों तक पहुंचाई जा सके और वह इससे लाभान्वित हो सकें। विवि के कुलपति प्रो सत्यकाम की उपस्थिति में इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुल सचिव कर्नल विनय कुमार तथा यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने समझौता ज्ञापन पत्र पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर यूपी बोर्ड मुख्यालय के अपर सचिव सतेन्द्र कुमार, प्रो संजय सिंह तथा श्रीमती पूनम मिश्रा, वित्त अधिकारी राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
Anveshi India Bureau