सर्व सेवा संघ का ध्वस्तीकरण लोकतंत्र की हत्या का प्रयास है, जहां गांधी विचारों की साधना और लोकतंत्र के संघर्ष की किताबों को नष्ट किया गया यह बात न्याय के दीप जलाओ कार्यक्रम के समर्थन में महाराष्ट्र से आए साथी सोमनाथ रोड़े ने कही।
बनारस सर्व सेवा संघ की अवैध ध्वस्तीकरण के खिलाफ 100 दिनी सत्याग्रह “न्याय के दीप जलाओ” के समर्थन में इलाहाबाद बालसन चौराहे पर गांधी प्रतिमा के पास 17 सितंबर से चल रहे सत्याग्रह समर्थन का 15 दिसम्बर को समापन हुआ। यह सत्याग्रह बनारस में 11 सितंबर से शुरू हुआ है जो 19 दिसंबर को 100 दिन पूरा करते हुए समाप्त होगा। इलाहाबाद में समापन कार्यक्रम के अवसर पर गांधी विचार यात्रा निकाली गई, जिसमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सत्य, अहिंसा, शांति-सद्भाव, सर्वोदय, सत्याग्रह के संदेश के साथ उनके संघर्ष में शामिल नायकों जयप्रकाश नारायण, विनोबा भावे, सरदार वल्लभभाई पटेल, पंडित जवाहरलाल नेहरू, डॉक्टर भीमराव अंबेडकर, राम मनोहर लोहिया, अब्दुल कलाम आजाद, अब्दुल गफ्फार खान, लाल बहादुर शास्त्री, राजेंद्र प्रसाद, जैसे महापुरुषों की चित्र यात्रा भी निकाली गई।
यात्रा के बाद हुई सभा में लोहिया विचार से जुड़े वरिष्ठ समाजकर्मी विनय कुमार सिन्हा ने कहा कि सर्व सेवा संघ का ध्वस्तीकरण और असंवैधानिक तरीके से हुआ है, यह उस विचारधारा पर आक्रमण है जो भारत में लोकतंत्र को स्थापित और मजबूत करती है। सभा में अपनी बात रखते हुए बनारस से आए साथी प्रोफेसर रवि ने कहा विनोबा भावे ने इसे साधना केंद्र कहा था- जहां सत्य, अहिंसा, शांति- सद्भाव, सर्वोदय और सत्याग्रह की साधना होगी। अहिंसा के रास्ते रचनात्मक समाज का निर्माण होगा। कांग्रेस लीगल सेल से एडवोकेट जितेन्द्र नायक ने कहा एक ऐसा केंद्र जहां से जन आंदोलन और लोकतंत्र के संघर्ष की किताबें, रोजगार स्वावलंबन, स्वास्थ्य स्वावलंबन, ग्राम स्वावलंबन पर आधारित किताबें निकलती थी उस केंद्र को नष्ट करने का शर्मनाक कृत्य हुआ है। अविनाश मिश्रा ने कहा कि यह जो मोमबत्ती जलाई गई है यह आशा के दीप हैं जो हम लोगों को एकजुट करेगा। सभा के समापन संबोधन में डॉक्टर संतोष गोविंदी ने कहा कि इस केंद्र को ध्वस्त करने के साथ संघर्ष और देश को जोड़ने वाले साहित्य और किताबों को क्यों नष्ट किया गया। जो किताबें आने वाली पीढ़ी को रास्ता दिखाएंगी उन किताबों का नष्ट करना बेहद दुखद है। सभा का समापन सर्व धर्म प्रार्थना से हुआ इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले साथी अता रहमान, सुभाष चंद्र पाण्डेय, इरशाद उल्लाह, प्रोफेसर विमल कुमार, डॉक्टर वंदना सिंह, डॉ गोपाल कृष्ण, कृष्ण स्वरूप आनंदी, एडवोकेट ए एन अंसारी, एडवोकेट रविंद्र सिंह, विनोद विक्रम, आयुष द्विवेदी, भास्कर शर्मा, अभिषेक विश्वकर्मा, नेहाल गांधी, रिजवाना बेगम,विमल यादव, देवमुनि, राहुल कपूर, राजकुमार, विनोद कुशवाहा, एडवोकेट सत्येंद्र तिवारी, शशिकांत पांडे, जयप्रकाश सिंह, सुशील कुमार, अरुण कुमार ,उपस्थित रहे। सभा के संचालन सत्येंद्र ने किया।
Anveshi India Bureau