गवर्नमेंट पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक विकास भवन में पूर्व मंडालयुक्त आर एस वर्मा की अध्यक्षता में आज हुई। बैठक में सदस्यो ने इस बात पर गहरी चिंता प्रगट की क़ि बार – बार ज्ञापन देने,शासन का ध्यान आकृष्ट करने के बावजूद भी अभी तक शासन ने मार्च 2025 में पारित वित्त विधेयक ना तो वापस लिया है और ना आठवे वेतन आयोग की औपचारिक विज्ञप्ति एवं “टीओआर” ही जारी किया है। इसी तरह शासन ने पुरानी पेंशन की बहाली और रेल किराए में वरिष्ठ नागरिकों को पूर्ववत्त छूट को भी अब तक लागू नही किया है और ना ही डेढ़ वर्ष के सीज किये गए महंगाई भत्ते का भुगतान किया है। संसदीय समिति की संस्तुति के अनुसार 65,70,75 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर 5% – 5% पेंशन वृद्धि भी नही की गई है।इन सबसे शासन का रुख पेंशनर्स विरोधी प्रतीत होता है। एक स्वर से सादस्यो ने तय किया कि जो पेंशनर्स हित की बात करेगा,पेंशनर्स उसी का साथ देंगे।
इस बार “अन्तराष्ट्रीय वृद्ध जन दिवस” के उपलक्ष में “एक शाम सुरों के नाम” कार्यक्रम का आयोजन NCZCC में 12 अक्टूबर को “बुढ़ापे की लकड़ी सेवा समिति” और पेंशनर्स संगठन द्वारा मनाया जाएगा।
राष्ट्रीय हिंदी दिवस” की पूर्व संध्या पर भी धूम धाम से कर्यक्रम हुआ जिसमें वरिष्ठ सदस्या प्रेमा राय ने हिंदी कविता “सुलगती है आत्मा,आंखों में है धुआं धुंआ…”,अन्तराष्ट्रीय कवित्री प्रीता बाजपेई ने …”अगर हम चाह ले पर्वतों के पार उड़ जाए …” फरहाना जी ने स्वरचित कौशल्या विकल्प, उमेश शर्मा ने भी स्वरचित कविता सुनाई।राजश्री ने “भारत मां की जय बोलो…”और डॉ वी के श्रीवास्तव ने…”आज दिवस है यारो…” सर्वेश मिश्रा ने स्वरचित गजल और जया मोहन ने स्वरचित कविता ” भारत मां के मस्तक की…” सुनाई। प्रो डॉ उषा मिश्रा ने हिंदी भाषा पर व्यख्यान दिया। पूर्व मण्डलायुक्त श्री वर्मा ने कहा हिंदी ही एक ऐसी भाषा है जो पूरे भारतवर्ष को एक सूत्र में जोड़ती है।
सितंबर माह में जन्मे सदस्यो का जन्म दिन भी हर्षो उल्लास से बैठक में मनाया गया।उन्हें बधाई पत्र दिए गए।
बैठक में डॉ पीके सिन्हा, उमेश शर्मा, डॉ वीके श्रीवस्तवा,भगवती प्रसाद, आरडी कुशवाहा, राजेश यादव, सुशील श्रीवस्त्व, योगेंद्र पांडे सहित बड़ी संख्या में पेंशनर्स उपस्थित रहे।
Anveshi India Bureau