महाकुंभ 2025 को पॉलिथिन मुक्त रखने की पहल एक सराहनीय कदम है, जो पर्यावरण और स्वास्थ्य दोनों के लिए लाभदायक होगा। संत-महात्माओं द्वारा अपने भंडारों में पारंपरिक और प्राकृतिक सामग्रियों का उपयोग करना, साथ ही कथा मंचों से पॉलिथिन और प्लास्टिक के बहिष्कार का संदेश देना, जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
नगर निगम और सृष्टि वेस्ट मैनेजमेंट द्वारा नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से जनजागरण और ब्रांड एंबेसडर राजेंद्र कुमार तिवारी ‘दुकानजी’ का अनोखा प्रचार अभियान भी प्रेरणादायक है। यदि श्रद्धालु और व्यापारी मिलकर मिट्टी के कुल्हड़, कागज के कप-गिलास और पत्तल का अधिकाधिक उपयोग करें, तो महाकुंभ न केवल आध्यात्मिक बल्कि पर्यावरणीय दृष्टि से भी एक मिसाल बन सकता है।
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Anveshi India Bureau